विश्व ऊर्जा संवाद दिवस पर परिचर्चा का आयोजन

14 दिसंबर, विश्व ऊर्जा संवाद दिवस पर, ग्राम सनावदिया में जिमी मैक्गिलियन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट में सेंटर की डायरेक्टर डॉ. जनक पलटा मैक्गिलियन द्वारा एक परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें सागर इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी इंदौर के 45 मैनेजमेंट विद्यार्थ‍ियों, शिक्षकों एवं प्राचार्या डॉ. रितु जोशी ने भाग लिया। 

सबसे पहले उन्हें हाइब्रिड पावर स्टेशन के साथ ऊर्जा बचत तकनीक, सोलर किचन, सोलर कुकर के 12 अलग-अलग मॉडल, सोलर ऊर्जा और पवन ऊर्जा से संचालित सभी सोलर ड्रायर, जैविक खेत और जल पुनर्भरण, वैकल्विक ईंधन के रूप में न्यूजपेपर का प्रयोग कर कंडे तैयार करने वाली यूनिट से अवगत कराया गया।  
 
सेंटर की डायरेक्टर जनक पलटा द्वारा एक स्लाइड शो के माध्यम से बताया गया कि कैसे उनके स्वर्गवासी पति और उन्होंने पिछले 32 सालों में ऊर्जा बचत की तकनीक को तैयार किया और प्रयोग में लेकर आए।


उन्होंने प्राकृतिक संसाधन के संवाद को आत्मीय जिम्मेदारी के रूप में लेते हुए बाहा आई फिलॉसोफी का अनुसरण किया। उनके अनुसार इसका मतलब है, असीमित प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग करते हुए जीवन को सादगीपूर्ण और स्वयं को बेहतर बनाना, एवं जो संसाधन सीमित हैं उनके प्रति जागरूक और संवेदनशील होते हुए, उनके प्रति अपने जीवन जीने के तरीके को नियंत्रित करना है। 
 
ऊर्जा की बचत, उसका दीर्घकालिक संरक्षण और पैसे, समय और स्वयं की ऊर्जा की बचत है। यह पर्यावरण में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होगा  और दीर्घकालिक विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति में मददगार होगा।  

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