इस पर भानाराम ने हार मानने की बजाए सरकारी कार्यालयों में फैले भष्टाचार के विरुद्ध लड़ने का पक्का इरादा बनाकर कर उसने अपने मकान पर पक्के रंग से रिश्वत की रकम न देने पर पट्टा बनाकर न देने वाले अधिकारियों के कारनामे उजागर करने वाला संदेश लिख दिया। जिसकी इलाके में व्यापक प्रतिक्रिया हो रही है।