गोरखपुर। होली के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर पहुंचकर मंदिर परिसर में सांधु-संतों एवं श्रद्धालुओं के साथ पहले होलिका दहन की राख की वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा अर्चना की, उसके बाद एक दूसरे के माथे पर होलिका दहन की राख लगा लगाकर होली की शुरुआत की। इस अवसार पर उन्होंने लोगों को होली की बधाई दी और कहा कि जितनी भी बुराइयां है उन्हें मारकर इस अवसार पर एक नई शुरुआत करें।
मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर मंदिर के साधु संतो के साथ 8 बजे के करीब मठ से बाहर आए। उन्होंने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच मंदिर परिसर में जलाई गई होली के दहन स्थल पर गए। यहां तकरीबन 6 मिनट तक उन्होंने वैदिक मंत्रों के बीच पूजा अर्चना की। उसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला पाण्डेय हाला से निकलने वाली होली की शोभा यात्रा के लिए रवाना हो गया।
पाण्डेय हाता से निकलने वाली भगवान नरसिंह शोभायात्रा में हिस्सा लेने के पहले मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर परिसर में अपनी परंपरागत पूजा के बाद परिसर में जलाई गई होलिका की राख को अपने और मंदिर परिवार के सदस्यों एवं श्रद्धालुओं के माथे पर लगाया। होलिका दहन की राख से होली खेलने के बाद संतों के साथ मुख्यमंत्री गुरु गोरखनाथ के मुख्य मंदिर में आए। उन्होंने गुरु गोरखनाथ को प्रमाण करने के बाद मंदिर के मुख्य चबूतरे पर बैठ कर फगुआ का आनंद लिया। मठ के चबूतरे पर श्रद्धालुओं ने ढोल लेकर फगुआ गाना शुरू कर दिया।
गोरखपुर में सात दशक से अधिक समय से आयोजित हो रहे परंपरागत नरसिंह शोभा यात्रा की अगुवाई करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंचे। योगी आदित्यनाथ तीन दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे। उनका दौरा पूरी तरह से होली के रंगों में सराबोर रहा। हर वर्ष की भांति इस बार भी योगी सबसे पहले गुलरिहा में आयोजित नरसिंह भगवान की शोभायात्रा में हुए।
मंदिर प्रबंधन के मुताबिक गोरखपुर आने के साथ ही मुख्यमंत्री आज गुलरिहा और पांडेयहाता से निकलने वाली होलिका दहन शोभा यात्रा में शामिल हुए। इसके साथ ही आज आरएसएस के नेतृत्व में घंटाघर से निकलने वाली परंपरागत शोभा यात्रा की अगुवाई की। शुक्रवार की शाम उनकी ओर से गोरखनाथ मंदिर में होली मिलन समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें शहर के गण्यमान्य लोग हिस्सा लेंगे। रात को मंदिर में ही वह रात्रि विश्राम के बाद शनिवार की सुबह लखनऊ रवाना हो जाएंगे।