योगी ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश के पूर्वोत्तर राज्यों- त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में भाजपा और उसके गठबंधन को जो ऐतिहासिक सफलता मिली है उसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और पूर्वोत्तर के उन तमाम कार्यकर्ताओं को बधाई जिन्होंने विषम परिस्थितियों में इन पूर्वोत्तर राज्यों में कमल खिलाने में कामयाबी हासिल की।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि राहुल अध्यक्ष बनने के बाद 5 राज्यों में चुनाव हार चुके हैं उनका यह रिकॉर्ड और तेजी के साथ आगे बढ़ेगा। योगी ने गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में मायावती की अगुवाई वाली बसपा द्वारा सपा को समर्थन दिए जाने की प्रबल संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर कहा कि 'केर और बेर का कोई मेल नहीं होता।'
उन्होंने सपा का नाम लिए बगैर बसपा की दुखती रग पर हाथ रखते हुए कहा कि यह किसी से छुपा नहीं है कि गेस्ट हाउस कांड किसने किया और स्मारकों को और मायावती सरकार द्वारा बनवाए गए स्मारकों को ध्वस्त करने की चेतावनी कौन लोग दे रहे थे? मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा की जीत के बहुत मायने हैं। प्रधानमंत्री ने विकास और सुशासन को अपना एजेंडा शुरू से ही बनाया और अर्से से विकास के मामले में उपेक्षित पूर्वी भारत को भी विकास की प्रक्रिया की तरफ मोड़ा।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों के चुनाव परिणाम राष्ट्रीय अखंडता के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण हैं। इस जीत ने एहसास कराया है कि जाति, मत और मजहब के आधार पर समाज को बांटकर कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक जीवन में बहुत दिन तक टिक नहीं सकता। योगी ने कहा कि इतिहास में पहली बार वामपंथ के किसी गढ़ को भाजपा कार्यकर्ताओं ने ध्वस्त कर वहां विकास के रंग यानी केसरिया को आच्छादित कर दिया है।
उन्होंने विश्वास जताया कि पूर्वोत्तर में मिली चुनावी सफलता का प्रभाव कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के आगामी विधानसभा चुनाव पर भी पड़ेगा और भाजपा के विकास तथा सुशासन के लक्ष्य को आगे करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के कुशल रणनीति के तहत पार्टी इन राज्यों में भी पार्टी विजय पताका फहराएगी। (भाषा)