आजमगढ़, वाराणसी, इलाहाबाद समेत प्रदेश के कई जिलों में अवैध बूचड़खाने बंद कर दिए गए हैं। यह बूचड़खाने गुप्त तरीके से चल रहे थे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर निगम अधिकारियों की संयुक्त टीम प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ लगातार अवैध बूचड़खानों को सील करने में लगी है। अब तक दर्जनों मवेशियों को बरामद किए।
बताया जाता है कि उत्तरप्रदेश में लगभग 150 बूचड़खाने अवैध रूप से चल रहे हैं। इन की वजह से न सिर्फ मूक पशुओं को जान से हाथ धोना पड़ता है बल्कि पास-पड़ोस में रहने वालों का जीवन भी नारकीय हो जाता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पहले ही इनमें से कई बूचड़खानों को बंद करने के आदेश दे चुका है पर राजनीतिक संरक्षण की वजह से इनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं हो सकी।