एक्शन में योगी, लोग खुश, अवैध बूचड़खानों पर ताले...

Webdunia
बुधवार, 22 मार्च 2017 (12:37 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश की कमान संभालते ही योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अवैध रूप से चलाए जा रहे बूचड़खानों पर अपनी नजरें टेढ़ी कर दी है। देखते ही देखते प्रदेश में कई जगहों पर इन्हें बंद करने की कार्यवाही शुरू हो गई है। अवैध बूचड़ खानों पर योगी सरकार की सख्ती से यहां की जनता भी खुश दिखाई दे रही है।  
 
आजमगढ़, वाराणसी, इलाहाबाद समेत प्रदेश के कई जिलों में अवैध बूचड़खाने बंद कर दिए गए हैं। यह बूचड़खाने गुप्त तरीके से चल रहे थे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर निगम अधिकारियों की  संयुक्त टीम प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ लगातार अवैध  बूचड़खानों को सील करने में लगी है। अब तक दर्जनों मवेशियों को बरामद किए।
 
बताया जाता है कि उत्तरप्रदेश में लगभग 150 बूचड़खाने अवैध रूप से चल रहे हैं। इन की वजह से न सिर्फ मूक पशुओं को जान से हाथ धोना पड़ता है बल्कि पास-पड़ोस में रहने वालों का जीवन भी नारकीय हो जाता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पहले ही इनमें से कई बूचड़खानों को बंद करने के आदेश दे चुका है पर राजनीतिक संरक्षण की वजह से इनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं हो सकी। 
 
इससे पहले आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के थोड़े ही समय बाद इलाहाबाद में दो बूचड़खानों को सील कर दिया गया था।
 
भाजपा ने अपने चुनाव घोषणापत्र में कहा था कि वह सत्ता में आने पर सभी गैरकानूनी बूचड़खाने बंद करने के लिए कड़े कदम उठाएगी और यांत्रिक बूचड़खानों पर प्रतिबंध लगा देगी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी अपनी सभाओं में इन्हें बंद करने का वादा कर चुके हैं। 
 
उल्लेखनीय है कि यूपी में बड़े पैमाने पर वैध बूचड़खाने भी है। यहां भारत में सबसे ज्यादा मांस इसी प्रदेश में होता है। यहां देश के 60 फीसदी बूचड़खाने और मीट प्रोसेसिंग यूनिट्स है। 
अगला लेख