टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, गोरखनाथ मठ से बीते 35 साल से जुड़े यासीन अंसारी ने कहा, 'मेरे संबंध छोटे महाराज (योगी आदित्यनाथ) से बेहद मजबूत हैं। जब भी वो यहां आते हैं मुझसे कामकाज के बारे में सारी जानकारी लेते हैं। मैं बिना किसी रोक-टोक के उनके कमरों में आता-जाता हूं। मैं किचन से लेकर उनके बेडरूम तक जाता हूं, उनके साथ खाना भी खाता हूं।'
आश्रम से जुड़े लोग बताते है कि आश्रम में आने वाले किसी भी व्यक्ति का धर्म नहीं देखा जाता। यहां योगी से मिलने और उनसे मदद की गुहार लगाने वालों में सभी धर्म के लोग होते थे। उन्होंने कभी भी परेशान व्यक्ति की मदद यह देखकर नहीं कि मदद मांगने वाला किस जाती, संप्रदाय का धर्म का है।