शादी का फैसला करें सोच-समझकर

- साक्षी त्रिपाठी

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शादी का जिक्र आते ही हर दिल में एक तस्वीर उभरती है और उसके साथ सपनों का जहाँ बसाने का ख्याल भी। बाँवरा मन न जाने किन कल्पनाओं में खो जाता है, लेकिन शादी केवल ख्वाब नहीं, एक हकीकत है। इसलिए इसका फैसला भी सच्चाई के धरातल पर करना पड़ता है।

शादी का एक फैसला आपकी पूरी जिंदगी को प्रभावित करता है। शादी हमेशा उसी से करें जो आपको खुश रख सके। शादी के बाद पार्टनर का व्यवहार बदल जाएगा, इस उम्मीद पर जिंदगी का जुआँ कभी न खेलें।

अक्सर पहली नजर के प्यार को लोग शादी का रूप दे देते हैं। शादी के बाद पता चलता है कि जल्दबाजी में आपने गलत फैसला ले लिया। दरअसल रिलेशनशिप पार्टनर के कैरेक्टर पर निर्भर करती है। शादी हमेशा विनम्र, भावनात्मक स्तर पर स्थिर और जिम्मेदार व्यक्ति से करना चाहिए।

  कई बार जाने-अनजाने एक छोटा-सा गलत कदम आपकी पूरी जिंदगी को तहस-नहस कर सकता है। इसलिए शादी का फैसला करते समय अच्छे से सोच-विचार कर करें, ताकि शादी के बाद आपकी जिंदगी में नए रिश्तों के साथ ढेर सारी खुशियाँ आएँ, मुसीबतें नहीं।      
पहली नजर का आकर्षण हमेशा लंबे समय तक रिश्ते को कामयाब नहीं रख सकता। ध्यान रखें कि सबकी भावनात्मक जरूरतें अलग-अलग होती हैं। जहाँ पर लड़की चाहती है कि अपने साथी की नजरों में वो सबसे स्पेशल हो, वहीं लड़कों की चाहत बिलकुल अलग होती है इसलिए अपने पार्टनर के साथ अपनी प्राथमिकताओं और विचारों को शेयर करें।

हो सकता है कि आप दोनों की सोच एक-दूसरे से न मिलती हो। ऐसे मौकों पर अपनी समान आइडियोलॉजी को शेयर करें।

बिना भावनाओं के आप अपने पार्टनर को नहीं समझ सकतीं। किसी भी रिश्ते को बनाए रखने के लिए भरोसा एवं वफादारी के साथ ईमानदारी की जरूरत भी पड़ती है। कोई भी रिलेशनशिप बनाना जितना आसान होता है, उसे निभाना या कायम रखना उतना ही मुश्किल होता है। अगर आप दोनों के बीच कोई परेशानी है तो आपसी बातचीत के द्वारा उसका समाधान निकालें।

लेकिन बातचीत के दौरान कभी भी ऐसी भाषा का प्रयोग न करें जो आपके पार्टनर को बुरी लगे। सभी चीजों को एक साथ डिस्कस करने की जगह पहले मेजर इश्यूज के बारे में बात करें। अपनी शादीशुदा जिंदगी में तीसरे को आने न दें। क्योंकि किसी की भी दखलअंदाजी हमेशा रिश्तों को खराब कर देती है। कई बार पैरेंट्स फैमिली और फ्रेंड्स की बार-बार दखलअंदाजी से भी रिश्ते टूट जाते हैं।

इसका ध्यान रखें जो लोग भावनात्मक रूप से खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं वो दूसरी रिलेशनशिप में पड़कर अपनी शादीशुदा जिंदगी को बर्बाद कर देते हैं। मनचाहे साथी की तलाश हर किसी को होती है। पर कई बार जाने-अनजाने एक छोटा-सा गलत कदम आपकी पूरी जिंदगी को तहस-नहस कर सकता है। इसलिए शादी का फैसला करते समय अच्छे से सोच-विचार कर करें, ताकि शादी के बाद आपकी जिंदगी में नए रिश्तों के साथ ढेर सारी खुशियाँ आएँ, मुसीबतें नहीं।