उज्जैन-इन्दौर फोरलेन पर शहर से करीब सात किलोमीटर दूर स्थित शिप्रा नदी किनारे त्रिवेणी घाट पर शनि मंदिर है। प्राचीनतम इस मंदिर को नवग्रह के नाम से भी जाना जाता है। यहां प्रत्येक शनिश्चरी अमावस्या पर विभिन्न प्रांतों से श्रद्धालु पर्व स्नान के लिए और भगवान शनि का पूजन तथा स्नान करते हैं। शनिश्चरी अमावस्या के धार्मिक महत्व के कारण श्रद्धालु यहां स्नान कर अपने धारण किए गए कपडे़ व जूते घाटों पर छोड जाते है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पर्व के मौके पर त्रिवेणी संगम पर कल रात ही हजारों श्रद्धालु पहुंच गए। श्रद्धालुओं ने रात्रि में स्नान व पूजा अर्चना के बाद विश्राम कर रात गुजारी। यह स्नान का सिलसिला आज देर शाम तक जारी रहेगा। पर्व स्नान को देखते हुए जिला एवं पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए बेरिकेट्स लगाए गए है। श्रद्धालुओं का व्यवस्थित स्नान एवं शनि मन्दिर में दर्शन हो इसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। (वार्ता)