मां चंद्रघंटा : हृदय रोग ठीक करती हैं...

शनिवार, 27 सितम्बर 2014 (09:48 IST)
नवदुर्गा के नौ रूप औषधियों के रूप में भी कार्य करते हैं। यह नवरात्रि इसीलिए सेहत नवरात्रि के रूप में भी जानी जाती है। आइए जानते हैं नौ दुर्गा के औषधीय स्वरूप के बारे में।  
 

 
तृतीय चंद्रघंटा (चनदुसूर) - दुर्गा का तीसरा रूप है चंद्रघंटा। 
 
इसे चनदुसूर या चमसूर कहा गया है। यह एक ऐसा पौधा है जो धनिए के समान है। (इस पौधे की पत्तियों की सब्जी बनाई जाती है।) यह कल्याणकारी है। इस औषधि से मोटापा दूर होता है। इसलिए इसको चर्महन्ती भी कहते हैं। 
 
शक्ति को बढ़ाने वाली, खत को शुद्ध करने वाली एवं हृदय रोग को ठीक करने वाली चंद्रिका औषधि है। अत: इस बीमारी से संबंधित रोगी ने चंद्रघंटा की पूजा करना चाहिए। 
 

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