Jewish and Parsi: ऐसा कहा जाता है कि इस्लाम की उत्पत्ति के पहले से ही ईरान की इजरायल से दुश्मनी चली आ रही है। प्राचीन काल में इजरायल में जहां जुडाइज्म यानी यहूदी धर्म था वहीं ईरान में जोरास्ट्रियन यानी पारसी धर्म धर्म था। अरब दुनिया में ये दो बड़े धर्म थे और तीसरा धर्म इनके बीच पैंगन धर्म था। ऐसा कहते हैं कि यहूदी और पारसियों में जहां आपसी जुड़ाव था वहीं उनमें कुछ बातों को लेकर मतभेद भी था।
साम्राज्य : जरथुस्त्र के करोड़ों अनुयायी रोम से लेकर सिंधु नदी तक फैले थे। पारसियों ने 3 महाद्वीपों और 20 राष्ट्रों पर लंबे समय तक शासन किया। पारसी लोगों कई अन्य देश और कबीलों से लड़ा करते थे। कवयानी वंश में जाल, रुस्तम आदि वीर हुए, जो तुरानियों से लड़कर फिरदौसी के शाहनामे में अपना यश अमर कर गए हैं। इसी वंश में करीब 1300 ईपू के लगभग गुश्तास्प हुआ जिसके समय में ईशदूत जरथुस्त्र का उदय हुआ। सन् 576 ईसा पूर्व नए साम्राज्य की स्थापना करने वाला था 'साइरस महान' (फारसी : कुरोश), जो 'हक्कामानिस' वंश का था। इसी वंश के सम्राट 'दारयवउश' प्रथम, जिसे 'दारा' या 'डेरियस' भी कहा जाता है, के शासनकाल (522-486 ईसापूर्व) को पारसीक साम्राज्य का चरमोत्कर्ष काल कहा जाता है। सन् 224 ईस्वी में जोरोस्त्रियन धर्मावलंबी 'अर्देशीर' (अर्तकशिरा) प्रथम के द्वारा एक और वंश 'ससैनियन' की स्थापना हुई और इस वंश का शासन लगभग 7वीं सदी तक बना रहा। 7वीं सदी में खलीफाओं के नेतृत्व में इस्लामिक क्रांति होने के बाद यहां पर शियाओं का धर्म स्थापित हो गया। अधिकतर पारसी इस्लाम में कन्वर्ट हो गए और जो नहीं होने चाहते थे वे अपना देश छोड़कर भारत में बस गए।
साम्राज्य : यहूदा के काल से लेकर सम्राट सोलेमन तक यहूदी साम्राज्य का विस्तार होता रहा। जिसमें साउल, इशबाल, डेविड और सोलोमन जैसे प्रसिद्ध राजा हुए जिन्होंने किंगडम ऑफ जुडा को बनाए रखा। सोलोमन के बाद इस राज्य का पतन होने लगा। संयुक्त इजरायल दो हिस्सों में बंटकर इजरायल और जुडा के बीच में बंट गया।
करीब 700 ईसा पूर्व में असीरियाई साम्राज्य ने जेरूसलम पर हमला करके यहूदियों के 10 कबीलों को तितर-बितर कर दिया और यहां पर अपना शासन स्थापित कर दिया। इसके बाद 72 ईसा पूर्व रोमन साम्राज्य के हमले के बाद यहूदी शक्ति कमजोर हो गए और रोमना का इस क्षेत्र पर अधिकार हो गया। रोमनों के हमले में पवित्र मंदिर टूट गया, जो टेम्पल ऑफ माउंट के नाम से जाना जाता था। इसे किंग डेविड ने बनवाया था। इतिहास में इस घटना को एक्जोडस कहा जाता है।