2. दस महाविद्याओं की मूर्तियां हैं स्थापित : इस मंदिर में दस महाविद्याओं की मूर्तियां स्थापित हैं। यहां काली, त्रिपुर भैरवी, धुमावती, तारा, छिन्नमस्तका, षोडसी, मातंगी, कमला, उग्रतारा और भुवनेश्वरी की मूर्तियां स्थापित हैं। ये सभी देवियां तांत्रिकों की देवियां हैं। इसके अलावा यहां बगलामुखी माता, दत्तात्रेय भैरव, बटुक भैरव, अन्नपूर्णा भैरव, कालभैरव और मातंगी भैरव की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई हैं।