पीरों के पीर रामापीर, बाबाओं के बाबा रामदेव बाबा' को सभी भक्त बाबारी कहते हैं। बाबा रामदेवजी को हिन्दू रामदेवजी और मुस्लिम उन्हें रामसा पीर कहते हैं। मध्यकाल में जब अरब, तुर्क और ईरान के मुस्लिम शासकों द्वारा भारत में हिन्दुओं पर अत्याचार कर उनका धर्मांतरण किया जा रहा था, तो उस काल में हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए सैकड़ों चमत्कारिक सिद्ध, संतों और साधुओं का जन्म हुआ। उन्हीं में से एक हैं रामापीर। 5 सितंबर 2024 को उनकी जयंती मनाई जा रही है। उनकी अवतरण तिथि भाद्र माह के शुक्ल पक्ष द्वितीय को है।
6. कैसे पहुंचे रामदेवरा :
1. रामदेवरा से सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन जैसलमेर है जो मंदिर से लगभग 120 किमी दूर है। यहां से रामदेवरा के लिए बसें और टैक्सी मिल जाएगी।