हर साल गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है और 1950 से अब तक हम 74वां गणतंत्र दिवस मानाने जा रहे हैं। दरअसल 26 जनवरी 1929 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारतीय स्वराज की घोषणा की थी, इसलिए भारतीय संविधान लागू करने के लिए 26 जनवरी को ही चुना गया। इस गौरव पर्व पर हम आपके लिए कुछ विशेष कविताएं लेकर आए हैं, जिन्हें पढ़कर आप भी देशभक्ति के उत्साह को महसूस करेंगे...
1. यह संविधान ना होता, तो यह भारत कैसा होता?
शायद यह भारत हमारी सोच से परे होता,
शायद यह भारत और भी टुकड़ों में बंट चुका होता,
शायद बेटियों की जिंदगी सशक्त ना होती,
शायद आज जो उनकी पहचान हैं, वो पहचान न होती,
ना जाने आज की बेटियों के बगैर यह भारत कैसा होता,
यह संविधान ना होता तो यह भारत कैसा होता?
जिन अनेकताओं के लिए मिलकर हमारे यहां जश्न हैं होता,
ना जाने उन अनेकताओं की वजह से भारत का क्या आलम होता,
क्या सारे धर्म का स्कूल एक ही होता,
यह संविधान ना होता तो यह भारत कैसा होता?
आज भी शायद ऊंच-नीच के नाम पर हर जगह विवाद हैं होता,
शायद कोई गरीब बिना अपनी जात बताए मंदिर में ना सोता,
क्या भगवान की झांकियों और मोहरर्म के जुलूसों में हर कोई एकसाथ नाच रहा होता,