फैशन 2010 : नए फंडों का चलन

शुक्रवार, 24 दिसंबर 2010 (19:02 IST)
हिन्दी फिल्म जगत ने इस साल तमाम तरह के फैशन फंडे देखे। इनमें ‘प्यार इंपॉसिबल’ के छोटे स्कर्ट और शॉटस से लेकर ‘गुजारिश’ का कई लेयर वाला गाउन शामिल है। इस साल फैशन के पिटारे से निकले तमाम नए स्टाइलों के साथ ही सोनम कपूर की फिल्म ‘आयशा’ फैशन सेंस के मामले में अव्वल रही।

‘आयशा’ के स्टाइलिश परनिया कुरैशी और ड्रेस डिजाइनर कुणाल रावल ने फिल्म के लिए एक नए सौंदर्यशास्त्र की शुरुआत की। इन्होंने सभी किरदारों को न सिर्फ शानदार लुक दिया बल्कि उन्हें कपड़ों के जरिए उभारा भी।

मगर इस स्टाइलिंग के साथ ही सोनम कपूर के रहनसहन, अमृता पुरी की सादगी और ईरा दूबे की तड़क-भड़क ने अनिल कपूर की इस फिल्म के प्रति लोगों को खूब आकर्षित किया। स्टाइलिश ने सभी किरदारों को एक विशेष फैशन स्टेटमेंट दिया जिससे उनका किरदार उभर कर सामने आया।

फैशन डिजाइनर रेणु टंडन का कहना है कि आयशा में मुझे सोनम की स्टाइलिंग बहुत अच्छी लगी। उन्होंने ‘प्रिटी वुमन’ में जुलिया रॉबर्ट के लुक को कॉपी करने की कोशिश की है। अगर हिन्दी फिल्मों के सभी सितारे इस तरह के लुक को अपना लें तो यह हिन्दी फिल्म उद्योग के लिए बहुत अच्छा होगा।

आयशा को एक फैशन-केन्द्रीत फिल्म मानने वाली डिजाइनर अल्पना मित्तल का कहना है कि आयशा में सही मायने में शहरों का फैशन दिखा है। इसमें ऐसे आधुनिक फैशन को दिखाया गया है जैसा असल जीवन में सभी पहनते हैं। फिल्म की स्टाइलिंग समयानुकुल है।

बॉलीवुड ने इस साल ट्रेंड फॉलो करने वालों को कई विकल्प दिए हैं। इसमें ‘इश्किया’ के लंबे बाजू, बड़े गले का ब्लाऊज, के साथ आगे की तरफ पल्लू की हुई साड़ी से लेकर, 80 के दशक की पूरे बाजू वाली पफ स्कर्ट और बेल-बॉटम शामिल हैं।

ड्रेस डिजाइनर पायल सालूजा ने फिल्म ‘इश्किया’ में हल्के पेस्टल और चटख रंगों की प्रिंटेड साड़ी की मदद से विद्या बालन को बहुत ही सादा मगर सेक्सी लुक दिया है। बहुत कम मेकअप, गहनों के नाम पर सिर्फ नथनी, कानों में झूलती गोल बालियों के साथ रंग-बिरंगी काँच की सादी चुड़ियों ने गाँव की एक औरत को बेहद खुबसूरती से पेश किया है। इससे लोगों को फिल्म में किरदार पर केन्द्रित करने का मौका मिला है, मगर साथ ही उन्हें अपने लिए एक बेहतर फैशन स्टेटमेंट भी मिला है।

रेणु टंडन का कहना है कि इश्किया में विद्या का लुक ज्यादा पारंपरिक है जबकि आयशा में सोनम का फैशन स्टेटमेंट हॉलीवुड स्तर का है। दोनों में कोई तुलना नहीं है। दोनों अपनी जगह बहुत अच्छे हैं। (भाषा)

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