कैसा यह एहसास है जो दिल को देता है एक आवाज, और कहता है कहाँ हो तुम जान मेरी, जानेमन, कहाँ हो बहुत याद आ रही हो बहुत सता रही हो यही है वह प्यार का एहसास जहाँ दिल से निकलती है एक आहट, एक तड़फ और कहती है पुकारती है दिल को देती रहती है आवाज आखिर जान, कहाँ हो, पास तो आओ तुम्हें देखने को, तरस रहा है मेरा मन...
ऐ मेरे मन के हमसफर आ जाओ मुझसे मिलने क्योंकि दे रहा है आवाज मेरा दिल, तुम्हारे दिल को पुकार रहा है तुम्हें...! कैसा है यह एहसास जो दिल को बुला रहा है...