तेरे वादे को कभी झूठ नहीं समझूँगा आज की रात भी दरवाज़ा खुला रक्खूँगा। देखने के लिए इक चेहरा बहुत हो...
तेरे जाने के बाद रहा मैं जीवित मेरे जाने के बाद गीत रह जाएगा मैं नहीं कह सका था जो, वह कह जाएगा।
जिस संकोच की परिधि में बँधे, तुम मुझे देखते हो उसी परिधि में बँधकर मेरे पैरों की अवश पायल रूनझु
आज का यह दिन तुम्हें दे दिया मैंने आज दिनभर तुम्हारे ही ख्‍यालों का लगा मेला मन किसी मासूम-बच्चे सा ...
तुम्हारी आवाज़ बदल देती है मेरे भीतर के, सारे के सारे मौसम खिल उठते हैं मुझमें सभी देशों के, सभी ...
बारहमासी फूल खिला है तुमने ऐसा दर्द दिया है तेरी मेरी सब कहते हैं, दर्द बाँसुरी का रिश्ता है ...
खोलता हूँ मैं बार-बार उसका भेजा एसएमएस पढ़ता हूँ फिर बैठक करता हूँ फिर-फिर बैठता हूँ ...
अतीत यादों में अच्छा लगता है हकीकत में नहीं वर्तमान को अतीत के हाथों गिरवी न रखो कि
बस, एक लम्हे के लिए दिखता है तुम्हारा चेहरा और मेरी आँखों की झील में देर तक थरथराता है
तुम नयनों का नीर न दोगी सावन प्यासा मर जाएगा चू पड़ने को आतुर इतना रूप समाता नहीं देह में और स्वभ...
सज़ा की ख़्वाहिश मैंने तेरे जिस्म के होते क्यों कुछ देखा। मुझको सज़ा इसकी दी जाए।
और आँखें धुँधला जाती हैं फिर भी बहुत खुश हूँ मैं ...
लौट आया मैं बिना कुछ कहे शब्द पड़ने लगे छोटे दर्द बढ़ने लगा कहे भी थे जो कभी सब हो गए अनकहे। ...