बारहमासी फूल खिला है तुमने ऐसा दर्द दिया है तेरी मेरी सब कहते हैं, दर्द बाँसुरी का रिश्ता है इस घर में सपनों का मरना कथा-कहानी का हिस्सा है झिलमिल चाँद नदी पर जैसे चाँदी का झूमर लटका है दुख भी पलकों पर रखेंगे इनसे भी तो प्यार मिला है यादें शायद हरी-भरी हों, आँखों में सावन झलका है।