×
SEARCH
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
श्रावण मास
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
पर्यटन
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
सनातन धर्म
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
धर्म संग्रह
इंदौर
मध्यप्रदेश
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
ज्योतिष 2025
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
समाचार
श्रावण मास
बॉलीवुड
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
धर्म संग्रह
इंदौर
मध्यप्रदेश
क्रिकेट
ज्योतिष 2025
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
प्रेम-नगर
-
कैलाश यादव 'सनातन'
FILE
मधुर-मधुर मुस्कान है बिखरी, गोरी कुछ ज्यादा ही निखरी,
सोच-सोचकर बहका भंवरा, महक आज क्यूं ज्यादा बिखरी।
शायद साजन आए होंगे, प्रेम तराने गाए होंगे,
हो सकता है कस्तूरी को, अपने अंदर पाए होंगे।
देख-देख साजन की आभा, सजनी कुछ ज्यादा ही निखरी,
सोच-सोचकर बहका भंवरा, महक आज क्यूं ज्यादा बिखरी।
शायद बर्फ कहीं पर पिघली, कहीं से सरकी बर्फ की सिल्ली,
प्रेम का अंकुर, चीर जिगर को, झांक रहा नैनों के रस्ते।
प्रेम-नजर जब छाई गुलशन, कली-कली शबनम-सी छितरी,
सोच-सोचकर बहका भंवरा, महक आज क्यूं ज्यादा बिखरी।
जिस मन छल के प्रेम की गगरी, उस तन माथे महके चंदन,
अवनि, अंबर, चांद, सितारे, सब के सब नतमस्तक होकर,
प्रेमनगर का करते वंदन।
यहीं कहीं से गुजरी होगी, घटा कोई मेघों से बिछुड़ी,
इसीलिए तो आज गगन में, इन्द्रधनुष की छटा है निखरी,
सोच-सोचकर बहका भंवरा, महक आज क्यूं ज्यादा बिखरी।
पायल छन के, कंगना बोले, होले-होले बजती बिछुड़ी,
फिर भी साजन दूर देश में, जाने क्यूं आहट सुन लेता,
जाने कैसे समझ वो लेता, सजनी के मन आंगन की।
मन की सिहरन उसे बताती, दिल की धड़कन सांसें उखड़ी,
सोच-सोचकर बहका भंवरा, महक आज क्यूं ज्यादा बिखरी।
माधव साजन, मीरा सजनी, इक-दूजे के मन की जानी,
पंथों और ग्रंथों में उलझे, भंवरे जैसे भटके ज्ञानी।
कान्हा काले मेघों जैसे, चपल चंचला राधा बिजुरी,
सोच-सोचकर बहका भंवरा, महक आज क्यूं ज्यादा बिखरी।
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
जरुर पढ़ें
कौन था वह राजकुमार, जिसकी हत्या विश्व युद्ध का कारण बन गई? जानिए कैसे हुई World War 1 की शुरुआत
कौन हैं भारत के सबसे अमीर मुस्लिम? भारत के सबसे बड़े दानवीर का खिताब भी है इनके नाम
डॉलर या पाउंड नहीं, ये है दुनिया की सबसे महंगी करेंसी, जानिए इसके मुकाबले कहां ठहरता है आपका रुपया
बरसात के मौसम में ये 5 आसान योगासन कर सकते हैं आपकी इम्युनिटी की रक्षा
सदाबहार की पत्तियां चबाकर खाने के ये 7 फायदे नहीं जानते होंगे आप
नवीनतम
7 दिन शक्कर ना खाने से क्या होता है? क्या सच में कम होगा वजन?
डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए अपनाएं ये जरूरी उपाय, मच्छरों से ऐसे करें खुद की सुरक्षा
एप्पल, नींबू या केला, क्या खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद?
चेहरे पर दिखने वाले ये 7 संकेत बता सकते हैं आपके दिल की सेहत है खराब
Tulsidas Jayanti: तुलसीदास के 3 चुनिंदा दोहे जिनमें छुपा है श्रीराम जैसा जीवन जीने का रहस्य
ऐप में देखें
x