कीव (यूक्रेन)। रूस और यूक्रेन ने सोमवार को एकदूसरे पर दक्षिणी यूक्रेन में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर गोलाबारी करने के आरोप लगाए। रूस ने दावा किया कि यूक्रेन की गोलाबारी से आग लग गई और कर्मचारियों को दो रिएक्टरों से उत्पादन कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा, वहीं यूक्रेन ने रूसी सैनिकों पर वहां हथियारों के भंडारण के आरोप लगाए।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने चेतावनी दी है कि जिस तरह से रूसी सेना के तहत संयंत्र चलाया जा रहा है और जिस तरह से उसके आसपास लड़ाई जारी है, उससे गंभीर स्वास्थ्य और पर्यावरणीय खतरा उत्पन्न हो सकता है।
यूक्रेन के सैन्य खुफिया प्रमुख, एंड्री युसोव ने यह कहकर रूसी बयानों का प्रतिवाद किया कि उनके संगठन को कई स्रोतों से विश्वसनीय जानकारी मिली है कि रूसी सेना ने क्षेत्र में एक अपेक्षित यूक्रेनी जवाबी कार्रवाई का सामना करने के लिए ज़ापोरिज़्ज़िया संयंत्र में विस्फोटक लगाए हैं। इससे पहले, यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा है कि रूस संयंत्र से हमले शुरू कर रहा है और यूक्रेनी श्रमिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।
रविवार की गोलाबारी से पहले पिछले हफ्ते परमाणु संयंत्र में आग लग गई थी और दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हमले का आरोप लगाया था। रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने सोमवार को कहा कि ज़ापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र पर एक दिन पहले यूक्रेन के हमले से इसकी स्विच सुविधा में धुआं उठ गया जिससे वह आपात स्थिति में बंद हो गया।