अमेरिका पर साधा निशाना : पुतिन ने अपने लंबे भाषण में अमेरिका और उसके सहयोगियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अमेरिका और उसके सहयोगियों पर प्रभुत्व के 'खतरनाक, रक्तरंजित और गंदे' खेल में अन्य देशों पर अपनी शर्तों को थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
पुतिन ने दलील दी कि दुनिया एक अहम मोड़ पर है, जहां पश्चिम अब मानव जाति के लिए अपनी इच्छा थोपने में सक्षम नहीं है, लेकिन फिर भी ऐसा करने की कोशिश करता है और ज्यादातर देश अब इसे बर्दाश्त नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी नीतियां से और अधिक अराजकता पैदा होगी। एजेंसियां Edited by Sudhir Sharma