रूस ने संघर्ष-विराम की घोषणा की : रूस ने नागरिकों को निकालने के लिए सोमवार सुबह से संघर्ष-विराम के साथ कई क्षेत्रों में मानवीय गलियारों को खोलने की घोषणा की है। हालांकि निकासी मार्ग ज्यादातर रूस और उसके सहयोगी देश बेलारूस की ओर जा रहे है। गलियारों की नई घोषणा के बाद भी रूसी सेना ने कुछ यूक्रेनी शहरों पर रॉकेट हमला जारी रखा और कुछ क्षेत्रों में भयंकर लड़ाई जारी रही।
UNSC में भारत का बड़ा बयान : संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा, भारत ने सभी निर्दोष नागरिकों, भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से निकालने के लिए सुरक्षित तथा निर्बाध मार्ग की मांग की है। दोनों पक्षों से हमारे आग्रह के बावजूद, सुमी में फंसे हमारे छात्रों के लिए सुरक्षित गलियारा नहीं बन पाया। हम यूक्रेन से 20,000 से अधिक भारतीयों की सुरक्षित वापसी कराने में कामयाब रहे हैं। हमने अन्य देशों के नागरिकों की भी उनके देश पहुंचने में मदद की।
मानवीय गलियारे पर बनी सहमति : रूस और यूक्रेन के बीच सोमवार को तीसरे दौर की वार्ता हुई। इसके बारे में यूक्रेनी पक्ष ने कहा है कि मानवीय गलियारों के निर्माण को लेकर कुछ बात बनी है। यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के सलाहकार मिखाइल पोडोलीक वार्ता में यूक्रेनी पक्ष का नेतृत्व कर रहे प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि युद्धविराम और सुरक्षा गारंटी पर चर्चा किए जाने के साथ ही कुछ बुनियादी राजनीतिक मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
यूक्रेन में मानवीय स्थिति पर चर्चा करेगा UNSC : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार को यूक्रेन में बिगड़ती मानवीय स्थिति पर चर्चा के लिए एक बैठक का आयोजन किया। ऐसा कहा जा रहा है कि रूसी आक्रमण की शुरुआत के बाद से अब तक 17 लाख से अधिक यूक्रेनियन मध्य यूरोपीय देशों में प्रवेश कर चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र सैन्य संघर्ष को समाप्त करने के लिए निरंतर राजनयिक प्रयास कर रहा है।