यूक्रेन में गोलीबारी में अब बाहरी नागरिकों की भी मौत होने की घटनाएं होने लगी है। मंगलवार को एक भारतीय स्टूडेंट की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि नवीन की मौत रेस्क्यू के दौरान हुए हमले में हुई है।
खबर है कि कर्नाटक के हावेरी जिले के रहने वाले नवीन शेखरप्पा की मौत हो गई है। इस घटना के बाद दूसरे भारतीय परिजन भी दहशत में आ गए हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने हमले में नवीन की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि बड़े दुख के साथ हम पुष्टि करते हैं कि आज सुबह खारकीव में गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय उनके परिवार के संपर्क में है। हम परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
एक अन्य ट्वीट में बागची ने कहा कि विदेश सचिव रूस और यूक्रेन के राजदूतों से भारतीय नागरिकों के लिए तत्काल सुरक्षित मार्ग की मांग कर रहे हैं।
खारकीव और संघर्ष वाले अन्य इलाकों में मौजूद अपने छात्रों और भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने की व्यवस्था करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि इसी तरह की कार्रवाई रूस और यूक्रेन में हमारे राजदूतों द्वारा भी की जा रही है।
किराना लेने गया था
घटना की जानकारी मिलने के बाद नवीन के चचेरे भाई शिवकुमार ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से बात की। विदेश मंत्रालय की तरफ से उन्हें बताया कि नवीन किराने का कुछ सामान लेने गया था, इसी दौरान मिसाइल अटैक की चपेट में आ गया। परिजनों ने पूछा कि क्या उसका शव मिल सकता है, इस पर विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया कि यह वॉर जोन का मामला है। हमने शव को कब्जे में ले लिया है और अपनी तरफ से सभी संभव प्रयास कर रहे हैं। जैसे ही संभव होता है, हम इसे भारत लाएंगे।
परिजनों ने पूछा कि क्या यह जानकारी 100 फीसदी सही है कि मृतक नवीन ही है। इस पर बताया गया कि स्टूडेंट कॉन्ट्रैक्टर ने और नवीन के दोस्तों ने भी इसकी पुष्टि की है।
तेज होगा ऑपरेशन गंगा
पिछले छह दिनों से रूस के यूक्रेन (Russia attack on ukraine) पर हमलों के बीच भारत अपने फंसे हुए छात्रों (Indian students in Ukraine) को वापस लाने के लिए तेजी से काम कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी (Pm modi) ने मंगलवार को यूक्रेन संकट को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। उन्होंने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को लाने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन गंगा की जानकारी दी। सोमवार को, विदेश मंत्रालय ने बताया था कि भारत ने शुरुआती एडवाइजरी जारी करने के बाद से अब तक 8,000 से अधिक नागरिकों को निकाला है।