छछूंदर के घर में आने के 6 फायदे, 5 नुकसान और उसे भगाने के 3 उपाय

अनिरुद्ध जोशी
चूहे जैसी आकृति का छछूंदर सभी ने देखा होगा। यह भूरे, सफेद, काले और मटमेले रंग का होता है। यह बहुत ही खतरनाक प्राणी है जो चूहे और सांप को खाने की क्षमता रखता है। उल्लू को छोड़कर कोई इसे खाने की हिम्मत नहीं करता है। आओ जानते हैं इसके घर में होने के फायदे और नुकसान।
 
 
घर में होने के फायदे
1.कहते हैं कि छछूंदर जिस भी व्यक्ति के चारों ओर घूम जाए तो समझो कि उसे निकट भविष्य में कोई बड़ा लाभ होने वाला है।
 
2.इसी तरह छछूंदर यदि घर के चारों ओर घूम जाए तो उस घर की विपत्ति टल जाती है।
 
3.माना जाता है कि जो व्यक्ति दिवाली की रात को छछूंदर देख ले तो उसकी किस्मत खुल जाती है। इसके दिखने का मतलब है कि आप बेहद भाग्यशाली हैं और धन से जुड़ी आपकी सारी समस्याएं खत्म होने वाली हैं।
 
4.जिस घर में छछूंदर घूमती रहती है वहां लक्ष्मी का आगमन होता है। हालांकि जिस घर में साफ-सफाई अत्यधिक है वहां छछूंदर के आने के चांस कम हो जाते हैं।

5.जहां छछूंदर होती है वहां चूहे-सांप, कीड़े-मकोड़े और अन्य तरह के जीव-जंतु नहीं होते हैं।

6.छछूंदर जहां होती है वहां बैक्टीरिया नहीं होते हैं क्योंकि यह नहीं दिखने वाले बैक्टीरिया को खा जाती है।  
 
घर में होने के नुकसान
1.छछूंदर के थूक की गिल्टियों में काले नाग के जैसा भयंकर विष पाया जाता है। कहते हैं यदि छछूंदर आपके शरीर के जिस भी अंग पर थूक दे तो समझों उतना अंग सून्न पड़ जाता है। सिर के बालों पर थूक दे तो खोपड़ी का उतने हिस्से से बाल हमेशा के लिए झड़ जाते हैं। इसलिए इसका घर में होना खतरनाक है। सोते समय इसका ध्यान रखना होता है।
 
 
2.यदि आपके घर में छछूंदर है तो घर के भोजन को उससे संक्रमित होने से बचाइए, क्योंकि उसका थूक जहरीला होता है। यदि यह भोजन को संक्रमित कर देगा तो आपकी सेहत को बहुत नुकसान होगा।
 
3.छछूंदर यदि बच्चों को काट ले तो उनके शरीर में उसका जहर फैसल सकता है। कहते हैं कि छछूंदर जिस भी जानवर को काटता है या वह अपने शिकार को काटते है तो इसके दांत लगते ही शिकार को कुछ सूझ नहीं पड़ता, मस्तिष्क में धुंध छा जाती है, सांस लेने में कष्ट होता है और इसके बाद उसे लकवा मार जाता है।
 
4.रात में छछूंदर आपके या आपके बच्चों के पैरों की अं‍गुलियां भी कुतर-कुतर के खा जाएगी तो आपको इसका पता भी नहीं चलेगा। इसका कारण यह कि यह अपने थूक से उतने हिस्से को सुन्न कर देती है।
 
5.यदि छछूंदर ने ज्यादा काटा है तो 'एंटी रैबीज इंजेक्शन' लगवाने पड़ते हैं। कुत्ता, बिल्ली, चमगादड़, चूहा, छछूंदर, नेवला, लोमड़ी, बाघ, शेर व अन्य स्तनपायी जानवरों के काटने पर लापरवाही बरतने से रैबीज होने का खतरा बढ़ जाता है। इससे होने वाली बीमारी हाइड्रोफोबिया कहलाती है। हाइड्रोफोबिया होने से रोगी की मौत भी हो सकती है इसलिए आप छछूंदर को हल्के में न लें, यह एक खतरनाक जीव है।
 
छछूंदर भगाने के 3 उपाय
1.छछूंदर को भगाने के लिए घर के हर कोनों में रूई में पिपरमेंट को लेकर रख दें।
2.पुदीने की पत्ती या फूल को लेकर कूट लें और इसे छछूंदर के बिल के पास या आने वाली जगहों के पास रख दें।
3.लालमिर्च के पाउडर को छछूंदर के आने जाने वाली जगह पर रख दें।

 

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख