Oldest religion in the world: दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौनसा है?

अनिरुद्ध जोशी
गुरुवार, 16 मई 2024 (15:02 IST)
Oldest religion in the world: दुनिया के 9 बड़े धर्म है- हिंदू, जैन, पारसी, यहूदी, बौद्ध, ईसाई, वुडू, मुस्लिम, सिख। इसके अलावा यजीदी, अहमदिया, बहाई, जेन, शिंतो, पेगन, डूज, मंदेंस, एला मितेस, मुशरिक, सबाईन, लाओस, कन्फ्यूशियस, रस्ताफरी,  आदि मिलाकर 300 धर्म है। अब सवाल यह उठता है कि दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म कौनसा है जो अभी भी अस्तित्व में बना हुआ है।
 
कई शोधों के अनुसार दुनिया में धर्म की शुरुआत पहले प्रकृति और पितृ पूजा से हुई बाद में लोगों ने अपने अपने देवता बना लिए। कुछ लोग जादू टोने में विश्वास करके अपना काम चलाने लगे। वहीं उनका धर्म बन गया। फिर देवता और कबीले के सरदार धर्म के केंद्र में रहने लगे और बाद में पुरोहित का जन्म हुआ जो देवता और कबीले के सरदार के बीच में रहकर व्यवस्था को संचालित करने लगा था। हालांकि धर्म की उत्पत्ति के सिद्धांत अलग अलग बताए जाते हैं। हम उसमें नहीं जाकर जानते हैं कि सबसे पुराना धर्म कौनसा।
 
करीब 500 वर्ष पूर्व सिख धर्म, 1400 वर्ष पूर्व मुस्लिम धर्म, 2000 वर्ष पूर्व ईसाई धर्म, 2500 वर्ष पूर्व बौद्ध धर्म और उससे पहले जैन एवं हिंदू धर्म की उत्पत्ति माई जाती है।
 
भारत में हिंदू धर्म और सभ्यता का केंद्र सिंधु घाटी रहा है। इसी सभ्यता के दो नगर चर्चित है- मोहनजोदड़ो और हड़प्पा। यह सभ्यता बलूचिस्तान के हिंगलाज मंदिर से भारत के राजस्थान और हरियाणा (भिर्राना और राखीगढ़ी) तक फैली थी। पहले की खुदाई और शोध के आधार पर माना जाता था कि 2600 ईसा पूर्व अर्थात आज से 4617 वर्ष पूर्व हड़प्पा और मोहनजोदड़ो नगर सभ्यता की स्थापना हुई थी। कुछ इतिहासकारों के अनुसार इस सभ्यता का काल लगभग 2700 ई.पू. से 1900 ई.पू. तक का माना जाता है। आईआईटी खड़गपुर और भारतीय पुरातत्व विभाग के वैज्ञानिकों ने सिंधु घाटी सभ्यता की प्राचीनता को लेकर नए तथ्य सामने रखे हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह सभ्यता 5500 साल नहीं बल्कि 8000 साल पुरानी थी। इस लिहाज से यह सभ्यता मिस्र और मेसोपोटामिया की सभ्यता से भी पहले की है। मिस्र की सभ्यता 7,000 ईसा पूर्व से 3,000 ईसा पूर्व तक रहने के प्रमाण मिलते हैं, जबकि मेसोपोटामिया की सभ्यता 6500 ईसा पूर्व से 3100 ईसा पूर्व तक अस्तित्व में थी। शोधकर्ता ने इसके अलावा हड़प्पा सभ्यता से 1,0000 वर्ष पूर्व की सभ्यता के प्रमाण भी खोज निकाले हैं।
 
वैज्ञानिकों का यह शोध प्रतिष्ठित रिसर्च पत्रिका नेचर ने प्रकाशित किया है। 25 मई 2016 को प्रकाशित यह लेख दुनियाभर की सभ्यताओं के उद्गम को लेकर नई बहस छेड़ गया है। वैज्ञानिकों ने सिंधु घाटी की पॉटरी की नई सिरे से पड़ताल की और ऑप्टिकली स्टिम्युलेटेड लूम नेसन्स तकनीक का इस्तेमाल कर इसकी उम्र का पता लगाया तो यह 6,000 वर्ष पुराने निकले हैं। इसके अलावा अन्य कई तरह की शोध से यह पता चला कि यह सभ्यता 8,000 वर्ष पुरानी है। इसका मतलब यह कि यह सभ्यता तब विद्यमान थी जबकि भगवान श्रीराम (5114 ईसा पूर्व) का काल था और श्रीकृष्ण के काल (3228 ईसा पूर्व) में इसका पतन होना शुरू हो गया था।
 
भगवान महावीर स्वामी (599 ईसा पूर्व) 2,650 वर्ष पहले हुए। भगवान बुद्ध (563 ईस्वी पूर्व) यानी 2500 वर्ष पूर्व हुए थे। भगवान पार्श्वनाथ  2,850 वर्ष पहले हुए थे। 5,000 वर्ष पहले यानी 3112 ईस्वी पूर्व भगवान श्रीकृष्ण हुए थे। 7,000 वर्ष यानी  5114 ईसा पूर्व भगवान राम का जन्म अयोध्या में हुआ था।
 
8,500 वर्ष पहले यानी 6673 ईसा पूर्व वैवस्वत मनु हुए थे। 9,000 वर्ष पूर्व सम्राट ययाति हुए थे। ययाति प्रजापति ब्रह्मा की 10वीं पीढ़ी में हुए थे। 11,000 वर्ष पहले यानी 9057 ईसा पूर्व पहले स्वायम्भुव मनु हुए थे। जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ स्वायम्भुव मनु से 5वीं पीढ़ी में इस क्रम में हुए थे। इस तरह से ज्ञात रूप से यह सिद्ध किया जा सकता है कि हिंदू धर्म करीब 15 हजार वर्ष पुराना है, लेकिन पौराणिक मान्यता के अनुसार यही दुनिया का प्रथम धर्म है और इसी से सभी धर्मों की उत्पत्ति हुई है।

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