भारत की दक्षिण-पश्चिमी सीमा पर अरब सागर और सह्याद्रि पर्वत श्रृंखलाओं के मध्य स्थित केरल भारत का सबसे प्राचीन और ऐतिहासिक स्थलों वाला राज्य है। इसकी राजधानी तिरुवनन्तपुरम (त्रिवेन्द्रम) है। यहां की भाषा मलयालम है। पुदुच्चेरी (पांडिचेरि) और लक्षद्वीप का केरल से अटूट रिश्ता है। आओ जानते हैं केरल के 10 पर्यटन स्थलों के बारे में संक्षिप्त जानकारी।
1. मुन्नार : केरल का मुन्नार हिल स्टेशन स्वर्ग के समान है। तीन पर्वतों की श्रृंखला- मुथिरपुझा, नल्लथन्नी और कुंडल, के मिलन स्थल पर स्थित है मुन्नार। इस हिल स्टेशन की पहचान है यहां के विस्तृत भू-भाग में फैली चाय की खेती, औपनिवेशिक बंगले, छोटी नदियां, झरनें और ठंडे मौसम। ट्रैकिंग और माउंटेन बाइकिंग के लिए यह एक शानदार स्थल है। यहां पर्यटकों के बीच हाउसबोटिंग काफी लोकप्रिय है। चाय के बगीचे, वॉंन्डरला अम्यूसमेंट पार्क, कोची फोर्ट, गणपति मंदिर और हाउस बोट प्रमुख रोमांच है।
2. अल्लेप्पी : यह केरल के टॉप पर्यटन स्थल में से एक है। इसे पूर्व का वैनिस भी कहा जाता है। इसकी असीम सुंदरता, बैकवॉटर यात्रा हर साल यात्रियों को बड़ी संख्या में आकर्षित करती है। नारियल के पेड़ों से होकर गुजरती नौकाएं आपका मन मोह लेंगी।
3. तिरुवनंतपुरम : केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित ऐतिहासिक श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर को कौन नहीं जानता है। 2011 में यहां से अनुमानीत 5,00,000 करोड़ का खजाना निकला था। यहां घुमने के लिए कई ऐतिहासिक स्थान हैं।
4. कोवलम : समुद्री तट तिरुवनन्तपुरम सिटी से 16 किमी दूर है। यहां का समुद्र तट दुनियाभर में प्रसिद्धि है। यहां देखने और घुमने के लिए कई प्राकृतिक और सुंदर स्थान है।
5. सबरीमाला : केरल स्थित सबरीमाला मंदिर भारतीय राज्य केरल में शबरीमाला में अयप्पा स्वामी का प्रसिद्ध मंदिर है, जहां विश्वभर से लोग अयप्पा स्वामी के दर्शन करने के लिए आते हैं। भगवान अयप्पा के पिता शिव और माता मोहिनी हैं।
6. थेक्कडी : यहां आप चाय, कॉफी और मसाले के बागानों को देख सकते हैं। यहां आप शुद्ध रूप में प्रकृति का आनंद ले सकते हैं, और हरे-भरे पेड़ों, चहकते पक्षियों, शानदार पहाड़ियों और आश्चर्यजनक शानदार परिदृश्य के कभी न खत्म होने वाले दृश्य को निहार सकते हैं। यहां मुख्य रूप से थेक्कडी झील, मुल्लापेरियार बांध, अब्राहम स्पाइस गार्डन, मुरिक्कड आदि हैं। यहां स्थित पेरियार वन्यजीव अभयारण्य भी काफी प्रसिद्ध है जो हाथियों, सांभर, शेर, बाघों, भालू और नीलगिरि लंगूरों के झुंडों का घर है।
7. कोची : कोचीन एक और लोकप्रिय गंतव्य है। इसे 'अरब सागर की रानी' कहा जाता है। यहां प्राचीन किले, महल, चर्च और अद्भुत संग्रहालय हैं। इसे दक्षिण भारत के गेटवे के रूप में भी जाना जाता है, जो अपने मसाले के बागानों और उल्लेखनीय स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए भी प्रसिद्ध है।
8. वायनाड : रे-भरे वनस्पतियों के साथ धुंध-पहाड़ियों और शुद्ध हवा वायनाड की यात्रा को एक अविस्मरणीय अनुभव बनाती है। यह क्षेत्र कई प्राकृतिक चमत्कारों जैसे कि सूचीपारा और कंठपारा वॉटरफॉल, एडक्कल गुफाएं, पूकोडे झील और बनसुरा सागर बांध जैसे जगहों से भरा पड़ा है।
9. पूवर : ऐसा स्थान जहां अरब सागर, नेय्यर नदी और भूमि आपस में मिलती है। यह एक शोभायमान द्वीप है जो थिरुवनंनथपुरम से 27 किमी की दूरी पर स्थित है। दूर-दूर तक फैला रेत आनंदमयी वातावरण और मचलती हवा का संगम आपको मदहोश कर देगा। अज्ञात बीच व केरल के बैकवाटर इस जगह को देखने लायक बनाते हैं।
10. थ्रिस्सुर : अगर आप केरल की शास्त्रीय कला और संस्कृति समझना चाहते हैं तो ये स्थान आपके ही है। स्थानीय भाषा में मंत्रों का उच्चारण आपको केरल की संस्कृति से जोड़ेगा। कुछ अन्य जगह जिनका आप यहां आकर विचरण कर सकते हैं वह है- वदक्कुम्नंथन क्षेत्रम् मंदिर, शक्थन थंपुरम का मकबरा, अथिरापल्ली फॉल आदि।