डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक मार्च में 35,000 करोड़ और फरवरी में 1,539 करोड़ रुपए का निवेश करने के बाद एफपीआई ने शुद्ध निकासी की।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि अमेरिका में 10-वर्षीय बॉन्ड का प्रतिफल बढ़कर 4.4 प्रतिशत हो गया है, जिससे निकट अवधि में भारत में एफपीआई निवेश प्रभावित होगा।