Share bazaar News: स्थानीय शेयर बाजारों में सोमवार को तेजी रही और दोनों मानक सूचकांक (Sensex and Nifty) अपने नए सर्वकालिक उच्चस्तर (alltime highs) पर बंद हुए। वैश्विक बाजारों में तेजी तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह के बीच बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 494 अंक से अधिक उछलकर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस (Reliance) इंडस्ट्रीज में तेजी से भी बाजार को समर्थन मिला।
सेंसेक्स नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ : 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 494.28 अंक यानी 0.67 प्रतिशत की बढ़त के साथ नए रिकॉर्ड स्तर 74,742.50 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 621.08 अंक तक चढ़कर रिकॉर्ड 74,869.30 अंक के स्तर पर चला गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 152.60 अंक यानी 0.68 प्रतिशत की बढ़त के साथ 22,666.30 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 183.6 अंक उछलकर अपने अब तक के उच्चतम स्तर 22,697.30 अंक तक चला गया था।
इन शेयरों में रही लाभ-हानि : सेंसेक्स के शेयरों में मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ऐक्सिस बैंक और पॉवर ग्रिड प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ नुकसान में रहने वालीं कंपनियों में नेस्ले, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक, टाइटन, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और इन्फोसिस शामिल हैं।
एशिया, यूरोप व अमेरिकी बाजारों में : एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक दायरे में रहे जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट में नुकसान रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट शुक्रवार को लाभ में रहा था। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 1,659.27 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे। इस बीच वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.81 प्रतिशत की गिरावट के साथ 90.43 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
वित्तीय परिणाम बेहतर रहने की उम्मीद से धारणा मजबूत : जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से मिलने वाली सकारात्मक खबरें और कंपनियों के चौथी तिमाही में वित्तीय परिणाम बेहतर रहने की उम्मीद से धारणा मजबूत बनी हुई है। तेजी चौतरफा रही। वाहन, रियल्टी, तेल एवं गैस जैसे क्षेत्रों में प्रदर्शन अच्छा रहा। वहीं खर्च में नरमी के कारण चौथी तिमाही में वृद्धि कमजोर रहने की आशंका से सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र का प्रदर्शन हल्का रहा है।(भाषा)