शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार कुल निर्गम में से पॉलिसीधारकों वाले हिस्से को पूर्ण अभिदान मिला जबकि कर्मचारियों के लिए आरक्षित हिस्से को 0.49 गुना अभिदान मिला। पात्र संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) और गैर-संस्थागत खरीदारों वाले हिस्से के लिए अबतक कुछ खास प्रतिक्रिया नहीं मिली है। सरकार को एलआईसी के आईपीओ से 21,000 करोड़ रुपए जुटने की उम्मीद है। वह एलआईसी में अपनी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने जा रही है। आईपीओ के मूल्य दायरा 902 से 949 रुपए प्रति शेयर तय किया गया है।
खुदरा निवेशकों और पात्र कर्मचारियों को प्रति इक्विटी शेयर 45 रुपए की छूट मिलेगी जबकि एलआईसी के पॉलिसीधारक 60 रुपए प्रति इक्विटी शेयर की छूट पा सकेंगे। यह आईपीओ बिक्री पेशकश (ओएफएस) के रूप में है और इसके जरिए सरकार 22.13 करोड़ शेयर बेचना चाहती है। कंपनी के शेयर 17 मई को सूचीबद्ध हो सकते हैं। एलआईसी ने बताया कि उसने एंकर निवेशकों से 5,627 करोड़ रुपए जुटा लिए हैं जिनमें घरेलू कंपनियों की बहुतायत है। एंकर निवेशकों के लिए 949 रुपए प्रति इक्विटी शेयर की दर पर 5.92 करोड़ शेयर आरक्षित रखे गए थे।