मुंबई। वैश्विक बाजारों में मजबूत रुख के बीच धातु और आईटी शेयरों में तगड़ी लिवाली होने से शुक्रवार को दोनों प्रमुख सूचकांक 3 दिनों की गिरावट से उबरते हुए बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 303.15 अंक यानी 0.51 प्रतिशत बढ़कर 60,261.18 अंक पर पहुंच गया।
हालांकि कारोबार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई लेकिन दोपहर के सत्र में सेंसेक्स ने तेजी पकड़ी और एक समय तो यह 460.23 अंक तक उछल गया था। एनएसई का सूचकांक निफ्टी भी 98.40 अंक यानी 0.55 प्रतिशत बढ़कर 17,956.60 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, इंफोसिस, अल्ट्राटेक सीमेंट, एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक और मारुति सुजुकी के शेयर लाभ हासिल करने में सफल रहे। दूसरी तरफ टाइटन, नेस्ले, लार्सन एंड टुब्रो, ऐक्सिस बैंक, आईटीसी और एशियन पेंट्स के शेयरों में प्रमुख रूप से गिरावट दर्ज की गई।
दिन के कारोबार की खास बात यह रही कि एचसीएल टेक्नोलॉजीज और इंफोसिस ने शुरुआती कारोबार में आई गिरावट से खुद को उबार लिया। दोनों कंपनियों के गुरुवार को आए तिमाही नतीजे पहले निवेशकों का भरोसा जीत पाने में नाकाम रहे लेकिन बाद में इसने तेजी पकड़ ली और लाभ की स्थिति में पहुंच गए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि मुद्रास्फीति में नरमी आने और प्रमुख आईटी कंपनियों के तीसरी तिमाही के बेहतर नतीजे बाजार में कायम सतर्कता की धारणा पर भारी पड़ते हुए दिखे। भारत और अमेरिका दोनों जगह मुद्रास्फीति के कम होने से आगे ब्याज दरों में सख्ती कम होने की आस जगी है।
एशिया के अन्य बाजारों में सोल, शंघाई और हांगकांग के सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए जबकि टोकियो का बाजार गिरावट पर रहा। यूरोपीय बाजारों में भी बढ़त के साथ कारोबार हो रहा था। अमेरिकी शेयर बाजार भी गुरुवार को मजबूती के साथ बंद हुए थे।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.38 प्रतिशत चढ़कर 84.35 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इस बीच विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक एफआईआई ने गुरुवार को भी 1,662.63 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की बिकवाली की।(भाषा)