मुंबई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को अपनी शुरुआती बढ़त को गंवाकर उतार-चढ़ावभरे कारोबार में 333 अंक टूट गया। यह लगातार चौथा कारोबारी सत्र रहा जबकि सेंसेक्स में गिरावट आई। एफएमसीजी, रीयल्टी, बिजली और बैंक शेयरों में बिकवाली तथा रुपए के एक और रिकॉर्ड निचले स्तर पर आने से बाजार की धारणा प्रभावित हुई। इसके अलावा कमजोर वैश्विक संकेतों से भी बाजार प्रभावित हुआ।
हिन्दुस्तान यूनिलीवर, पॉवरग्रिड, आईटीसी, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, मारुति सुजुकी, ओएनजीसी, टीसीएस, एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हीरो मोटोकॉर्प, टाटा स्टील, इंफोसिस, एलएंडटी और टाटा मोटर्स के शेयरों में 4.58 प्रतिशत तक की गिरावट आई। बैंकों- एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक, यस बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर 2.69 प्रतिशत टूटे।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 289 अंक की छलांग के साथ 38,934.35 अंक के उच्चस्तर पर पहुंच गया था लेकिन कारोबार के दूसरे पहर में चले बिकवाली के सिलसिले से सेंसेक्स नीचे आया। एक समय यह 38,270.01 अंक के निचले स्तर तक आ गया। अगस्त महीने में विनिर्माण पीएमआई में सुस्ती की वजह से बाजार नीचे आया। अंत में सेंसेक्स 332.55 अंक या 0.86 प्रतिशत के नुकसान से 38,312.52 अंक पर बंद हुआ। इससे पिछले 3 सत्रों में सेंसेक्स 251.56 अंक टूटा था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 98.15 अंक या 0.84 प्रतिशत के नुकसान से 11,582.35 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 11,567.40 से 11,751.80 अंक के दायरे में रहा। 2 अगस्त से सेंसेक्स और निफ्टी में यह सबसे बड़ी गिरावट है। उस दिन सेंसेक्स 356.46 अंक और निफ्टी 101.50 अंक टूटा था।