प्रातः सन्ध्या : प्रात: 04:41 से 05:45.
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 12:00 से 12:54.
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:41 से 03:34.
गोधूलि मुहूर्त : शाम 07:07 से 07:30.
सायाह्न सन्ध्या : शाम 07:09 से 08:13.
निशिथ काल पूजा: 12:06 AM से 12:48.
3. रुद्राभिषेक : शिवलिंग का रुद्राभिषेक करें। जल, दूध, घी, दही, शहद, सुगंध, गन्ना रस, गंगाजल, भांग, भस्म आदि से रुद्राभिषेक करते हैं। इससे हर तरह के संकट दूर होकर प्रभु आपकी आर्थिक समस्या को दूर करेंगे। धन प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करना चाहिए।
4. लक्ष्मी नारायण की आराधना : श्रावण में भगवान शिव के साथ-साथ लक्ष्मी नारायण की आराधना भी बहुत फलदायी है। यदि इस माह में सायंकाल के समय आप शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करके 108 बार 'नम: शिवाय' और फिर माता लक्ष्मी का प्रिय मंत्र 'ॐ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्री ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:।' का जाप करते हैं और धन प्राप्ति की प्रार्थना करें तो आपको निश्चित ही अपार धन प्राप्ति होकर कर्ज से मुक्ति का रास्ता मिल जाएगा।