ब्रासीलिया। नाईजीरियाई डिफेंडर जोसेफ योबो के लिए फ्रांस के खिलाफ विश्व कप अंतिम 16 का मैच रिकॉर्ड के लिहाज से महत्वपूर्ण था लेकिन इस मैच में आत्मघाती गोल करने के कारण वह इतने निराश थे कि उन्होंने इसके तुरंत बाद अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास की घोषणा कर दी।
बीते 13 वर्ष से नाईजीरियाई टीम की रक्षा पंक्ति के अगुवा रहे योबो सौ अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच खेलने वाले पहले नाईजीरियाई खिलाड़ी बने और उन्होंने इस दौरान तीन विश्वकप में टीम का प्रतिनिधित्व किया।
योबो ने गोल बचाने के प्रयास में आत्मघाती गोल कर दिया था और इससे वह काफी निराश थे। उन्होंने योबो ने हार के बाद कहा कि मैं (आत्मघाती गोल करके) इस तरह से अपने करियर का अंत नहीं चाहता था।
नाईजीरियाई स्ट्राइकर शोला अमेओबी ने योबो के बारे में कहा, 'हां, उनके लिए यह दुखद अंत है।' (भाषा)