बेलो होरिजोंटे। जर्मनी के कोच जोकिम लोउ ने कहा कि नेमार की चोट को लेकर ब्राजील के जज्बाती होने का उनकी टीम को फायदा मिला जिसने सेमीफाइनल में मेजबान पर 7-1 से जीत दर्ज की।
कोलंबिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में रीढ़ की हड्डी टूटने के कारण नेमार विश्वकप से बाहर हो गए थे। कप्तान थियागो सिल्वा भी पीले कार्ड के कारण बाहर थे।
माइनेइराओ स्टेडियम पर मैच की शुरुआत से पहले ही नेमार की गैरमौजूदगी का बार-बार अहसास कराया जा रहा था। ब्राजील का राष्ट्रगीत बजाए जाने के समय कप्तान डेविड लुईज और गोलकीपर जूलियो सेजार ने नेमार की 10 नंबर की जर्सी भी हाथ में थाम रखी थी।
लोउ ने कहा कि ब्राजील ने एकाग्रता खो दी थी जिससे जर्मनी को पहले हाफ में 30 मिनट के भीतर 5 गोल करने का मौका मिला।
उन्होंने कहा कि इन जज्बातों को अपनी ताकत बनाकर एकाग्रता के साथ खेलना जरूरी था। वे हमारे गोलों से स्तब्ध रह गए जिससे मैच हमारे लिए और आसान हो गया। उन्होंने कहा कि पूरी टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया। कभी भी एकाग्रता भंग नहीं होने दी।
लोउ ने हालांकि कहा कि जर्मन टीम को अपने पैर जमीन पर रखने होंगे। उन्होंने कहा कि हमें आत्ममुग्ध होने से बचना होगा, क्योंकि अभी रविवार को फाइनल खेलना है। (भाषा)