भारतीय पहलवानों को एशियाई कुश्ती के दूसरे दिन पांच पदक

Webdunia
गुरुवार, 25 अप्रैल 2019 (00:33 IST)
शियान। भारतीय पहलवानों ने एशियाई चैंपियनशिप के दूसरे दिन बुधवार को यहां पुरुष फ्री स्टाइल में दो रजत और तीन कांस्य पदक से कुल पांच पदक जीते लेकिन टीम की झोली में कोई स्वर्ण पदक नहीं आया।
 
बुधवार को चुनौती पेश करने वाले भारत के पांचों पहलवानों ने पदक जीता लेकिन कोई स्वर्ण पदक नहीं जीत पाया। अमित धनखड़ और विक्की को क्रमश: 74 किग्रा और 92 किग्रा वर्ग के फाइनल में हार के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा जबकि राहुल अवारे (61 किग्रा), दीपक पूनिया (86 किग्रा) और सुमित (125 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते।
 
बुधवार को 2 रजत और 3 कांस्य पदक के साथ भारत प्रतियोगिता में अब तक 1 स्वर्ण, 3 रजत और 4 कांस्य पदक के साथ कुल 8 पदक जीत चुका है। बजरंग पूनिया (65 किग्रा) ने मंगलवार को स्वर्ण जबकि प्रवीण राणा (79 किग्रा) और सत्यव्रत कादियान (97 किग्रा) ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीता था।
 
एशियाई चैंपियनशिप 2013 के स्वर्ण पदक विजेता अमित को पुरुष 74 किग्रा फ्री स्टाइल के फाइनल में कजखस्तान के डेनियार केसानोवा के खिलाफ 0-5 से शिकस्त से रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
 
धनखड़ ने मुकाबले के बाद कहा कि भारत के लिए एक बार फिर स्वर्ण पदक नहीं जीत पाना थोड़ा निराशाजनक है। यह हार मुझे आगे और प्रयास करने और आगामी टूर्नामेंटों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और इस साल विश्व चैंपियनशिप के जरिए ओलंपिक में स्थान हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी। 
 
हरियाणा के 28 साल के अमित ने क्वालीफिकेशन में ईरान के मोहम्मद असगर नोखोदिलारिकी के खिलाफ 2-1 की जीत से शुरुआत की। क्वार्टर फाइनल में उन्हें अधिक पसीना नहीं बहाना पड़ा जब उनके प्रतिद्वंद्वी जापान के युही फुजिनामी चोटिल होकर बाहर हो गए। सेमीफाइनल में अमित ने किर्गिस्तान के इलगिज झाकिपबेकोव को 5-0 से शिकस्त दी।
 
विक्की को क्वार्टर फाइनल में वॉकओवर मिला क्योंकि पाकिस्तान के उनके प्रतिद्वंद्वी मोहम्मद इनाम मुकाबले के लिए नहीं पहुंचे। सेमीफाइनल में उन्होंने करीबी मुकाबले में चीन के शियाओ सुन को 3-2 से हराया।
 
फाइनल में हालांकि विक्की को ईरान के अलीरेजा मोहम्मद करीमीमाचियानी के खिलाफ तकनीकी दक्षता से 0-11 से हार झेलनी पड़ी।
 
विक्की ने रजत पदक जीतने के बाद कहा कि काश मैं स्कोर बदल सकता लेकिन मेरा विरोधी दुर्भाग्य से काफी अच्छा था। मैं उम्मीद करता हूं कि ट्रेनिंग के दौरान कड़ी मेहनत करूंगा और आगामी टूर्नामेंटों में भारत को गौरवांवित करूंगा।
 
गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों की 57 किग्रा स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले अवारे ने पुरुष 61 किग्रा फ्रीस्टाइल के कांस्य पदक प्ले आफ में कोरिया के जिनचियोल किम को 9-2 से हराया।
 
अवारे ने क्वालीफिकेशन राउंड में उज्बेकिस्तान के जाहोनगिरमिर्जा तुरोबोव को तकनीकी दक्षता (10-0) के आधार पर हराया। यह भारतीय हालांकि क्वार्टर फाइनल में ईरान के ऐशाग अहसनपुर के खिलाफ हार गया।
 
अहसनपुर के फाइनल में जगह बनाने पर अवारे को रेपेशेज में थाईलैंड के सिरीपोंग जुमपाकम के खिलाफ खेलने का मौका मिला और उन्होंने यह मुकाबला 12-1 से तकनीकी दक्षता के आधार पर जीता।
 
दीपक ने 86 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के क्वालीफिकेशन में तुर्कमेनिस्तान के डोवलेटमाइरेट ओराजगीलिजोव के खिलाफ 11-7 की जीत से शुरुआत की और फिर चीन के लिन झूशेन को हराया।
 
दीपक को सेमीफाइनल में ईरान के कामरान घोरबान घासेमपुर के खिलाफ 0-10 से हार का सामना करना पड़ा। दीपक ने हालांकि कांस्य पदक के प्लेआफ में ताजिकिस्तान के बखोदुर कोदिरोव के खिलाफ 8-2 की आसान जीत दर्ज की।
 
सुमित को चीन के झिवे डेंग के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में ही 0-3 से हार का सामना करना पड़ा। डेंग के फाइनल में पहुंचने पर उन्हें कांस्य पदक के प्ले आफ मुकाबले में खेलने का मौका मिला जिसमें उन्होंने ताजिकिस्तान के फरखोद अनाकुलोव को 8-2 से हराया। 

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