इसके बारे में ला लिगा इंडिया के प्रबंध निदेशक होजे अंतोनियो साजा ने कहा, ‘भारत में फुटबाल प्रगति की राह पर है। यहां क्रिकेट का जादू सिर चढ़कर बोलता है लेकिन फुटबॉल के प्रशंसकों की भी कमी नहीं है। हमें क्रिकेट की दीवानगी के बीच फुटबॉल को आमजन का खेल बनाना है और इसके लिए यह साझेदारी काफी अहम है।’
उन्होंने कहा, ‘भारत के फुटबॉलरों में विश्व स्तर पर खेलने का माद्दा है लेकिन यह रातोंरात नहीं होगा। भारतीय फुटबॉल प्रशंसकों को सब्र से काम लेना होगा। हमारी साझेदारी के तहत हम जमीनी स्तर पर भी काम करेंगे और भविष्य में रीयाल मैड्रिड, बार्सीलोना जैसे बड़े क्लबों के खिलाड़ भारत आएंगे।’
वहीं बीकेटी के संयुक्त प्रबंध निदेशक राजीव पोद्दार ने कहा, ‘पिछले 10साल में खेलों में भारत बहुत मजबूती से उभरा है और कारपोरेट जगत भी इस दिशा में आगे आया है। आईपीएल, प्रो कबडडी लीग, आईएसएल जैसे सफल लीग भारत में खड़े हुए और अब यह सोच बदली है कि खेल मुख्यधारा का हिस्सा नहीं है। सरकार का रवैया भी काफी सहयोगात्मक रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘सभी पक्ष मिलकर खेलों में भारत को बड़ी ताकत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। फिट इंडिया अभियान, खेलो भारत जैसी पहल बताती है कि खेलों में हम प्रगति के पथ पर हैं और इस साझेदारी से इसे बल मिलेगा।’
ला लिगा के ब्रांड दूत और उरूग्वे के महान फुटबॉलर डिएगो फोरलान ने कहा, ‘भारत में वैश्विक फुटबॉल की शक्ति बनने का माद्दा है। मैंने भारत में खिलाड़ियों में वह जुनून देखा है और यहां खेल के अनुकूल माहौल बन रहा है। उम्मीद है कि आने वाले समय में हम भारतीय खिलाड़ियों को वैश्विक लीगों में खेलते देखेंगे।’