कोलकाता। तीन बार चैंपियन रह चुका ब्राज़ील फीफा अंडर 17 विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट के रविवार को यहां जर्मनी के खिलाफ होने वाले हाई वोल्टेज क्वार्टर फाइनल में अपनी सीनियर टीम की हार का बदला चुकाने के लक्ष्य के साथ उतरेगा।
ब्राज़ील और जर्मनी के बीच होने वाला यह मुक़ाबला इस टूर्नामेंट का सबसे जबरदस्त मुक़ाबला माना जा रहा है। ब्राज़ील के युवा तुर्कों को आठ जुलाई 2014 का विश्व कप सेमीफाइनल आज भी याद होगा, जब जर्मनी ने खिताब के प्रबल दावेदार ब्राज़ील को 7-1 की शर्मनाक हार का घूंट पिलाया था। ब्राज़ील के गौरवशाली फुटबॉल इतिहास की यह सबसे शर्मनाक हार थी।
कोलकाता के युवा भारती क्रीड़ांगन में होने वाले इस मुक़ाबले के पूरी तरह हाउसफुल रहने की उम्मीद है क्योंकि मुक़ाबला ही ऐसी दो टीमों के बीच है जिनकी भिड़ंत का पूरी दुनिया को इंतजार रहता है। दोनों ही इस बार खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।
वर्ष 1997, 1999 और 2003 में विजेता रह चुकी ब्राज़ील की टीम ने क्वार्टर फाइनल तक के अपने सफर में स्पेन को 2-1 से, उत्तर कोरिया को 2-0 से, नाइजर को 2-0 से और राउंड 16 में होंडुरास को 3-0 से हराया था।
ब्राजील को अपने पहले मैच में ही कुछ चुनौती मिली थी वरना उसके बाकी तीन मैच आसान रहे थे। ब्राजील के सामने अब जब जर्मनी की मजबूत चुनौती रहेगी तो यह देखना दिलचस्प होगा कि उसकी फारवर्ड लाइन और डिफेंस कैसा प्रदर्शन करते हैं।
दूसरी तरफ जर्मनी को ग्रुप चरण में ईरान के हाथों अपने दूसरे मैच में 0-4 से सनसनीखेज हार का सामना करना पड़ा था। जर्मनी ने अन्य ग्रुप मैच में कोस्टा रिका को 2-1 से और गुएना को 3-1 से हराया था।
प्री क्वार्टर फाइनल में जर्मनी ने कोलंबिया को 4-0 से रौंदकर अपनी असली ताकत का परिचय दिया था। जर्मनी को अभी अपने पहले खिताब की तलाश है। ब्राज़ील और जर्मनी के बीच अंडर 17 विश्व कप में आखिरी बार मुक़ाबला 2011 में तीसरे स्थान के लिए हुआ था जिसमें जर्मनी ने 4-3 से जीत हासिल की थी। (वार्ता)