नई दिल्ली। भारत ने 2027 में होने वाली एएफसी एशियाई कप फुटबॉल टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए अपना दावा पेश किया है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के एक अधिकारी ने रविवार को इसकी पुष्टि की।
अगर भारत को मेजबानी मिल जाती है तो यह पहला अवसर होगा जबकि वह महाद्वीप की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता का आयोजन करेगा।
एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने कहा, ‘हम पहले ही एएफसी (एशियाई फुटबॉल परिसंघ) के सामने अपना दावा पेश कर चुके हैं। अभी केवल इसी की जरूरत है।’
कोविड-19 महामारी के प्रकोप को देखते हुए हाल में एएफसी ने दावा पेश करने की समयसीमा 31 मार्च से बढ़ाकर 30 जून कर दी थी।
एएफसी ने कहा था, ‘एएफसी को जल्द से जल्द टूर्नामेंट के मेजबान की घोषणा करने की उम्मीद है जिससे उन्हें हर 4 साल में होने वाली महाद्वीपीय चैंपियनशिप की तैयारी के लिए अधिक समय मिल सके। संयुक्त अरब अमीरात में 2019 में खेले गए टूर्नामेंट से इसमें 24 टीमें भाग ले रही हैं।’
एएफसी के अगले साल के शुरू में मेजबान देश की घोषणा करने की संभावना है।
भारत के अलावा अभी तक सऊदी अरब ने ही 2027 में एशियाई कप की मेजबानी करने की इच्छा जताई है। सऊदी अरब ने तीन बार यह टूर्नामेंट जीता है लेकिन उसने कभी इसकी मेजबानी नहीं की।
भारत ने इससे पहले 2023 एएफसी एशिया कप की मेजबानी के लिए भी दावा किया था लेकिन अक्टूबर 2018 में वह इस दौड़ से हट गया था। बाद में थाईलैंड और दक्षिण कोरिया ने भी नाम वापस ले लिया था जिसके बाद चीन को मेजबानी मिली थी। (भाषा)