यह दूसरी बार है जब महिला टीम राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में पहुंची है। इससे पहले 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में भी महिला टीम फाइनल में पहुंची थी। टीम के लिए पहले एकल मुकाबले में मनिका बत्रा ने इंग्लैंड की केल्ली सिबले को हराया। उन्होंने पहला सेट गंवाने के बाद वापसी करते हुए 9-11, 11-7, 11-5, 11-7 से जीत दर्ज की।
जीत की इस लय को मधुरिका पाटकर ने भी बरकरार रखा जिन्होंने टिन-टिन हो को 11-7, 13-11, 10-12, 11-8 से पराजित कर टीम की बढ़त को 2-0 कर दिया। मोउमा दास और मधुरिका की भारतीय जोड़ी ने युगल मुकाबले में सिबले और मारिया टी. को हराकर फाइनल में भारत की जगह पक्की की।
खिताब की प्रबल दावेदार सिंगापुर के खिलाफ होने वाले फाइनल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमें रविवार रात सिंगापुर के खिलाफ होने वाले मुकाबले के लिए आपके समर्थन की जरूरत है। उनकी टीम काफी अच्छी है लेकिन हम अपना सर्वश्रेष्ठ खेल खेलेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों में 2002 में टेबल टेनिस को शामिल किए जाने के बाद से इसमें सिंगापुर का दबदबा रहा है। (भाषा)