पिछले 4 दिन में 5वां मैच खेल रही साइना ने सिंगापुर की जिया मिन यिओ को 21-8, 21-15 से हराया। जीत के बाद साइना ने कहा कि हमसे फाइनल में पहुंचने की अपेक्षा थी। मैंने कभी नहीं सोचा था कि सिंगापुर से हमें ऐसी चुनौती मिलेगी।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मैं यह मैच जीतकर भारत को फाइनल तक ले जाने में मदद कर सकी। मुकाबले की शुरुआत मिश्रित युगल में सात्विक रांकिरेड्डी और अश्विनी पोनप्पा ने योंग केइ टैरी ही और जिया यिंग क्रिस्टल वोंग के खिलाफ की। भारतीय जोड़ी ने कड़ी चुनौती का सामना करके 22-20, 21-18 से जीत दर्ज की। सिंगापुर ने ग्लास्गो खेलों में टीम स्पर्धा का कांस्य पदक जीता था।
पुरुष युगल मुकाबले में टैरी ही और डैनी बावा क्रिस्टियाना ने सात्विक और चिराग शेट्टी को 17-21, 21-19, 21-12 से हराकर वापसी की। के. श्रीकांत ने कीन यू लो को 21-17, 21-14 से हराकर भारत को बढ़त दिलाई। उसने कहा कि पहला सेट जीतना हमेशा अच्छा होता है। इससे दूसरे सेट में आत्मविश्वास बढ़ता है। अश्विनी ने कहा कि पिछली बार हम टीम के रूप में उतना बुरा नहीं खेले थे लेकिन हमारे पास मिश्रित युगल में टीम नहीं थी। इस बार हम 5 वर्गों में पूरी तैयारी के साथ आए हैं। (भाषा)