जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में लोकप्रिय गायक-अभिनेता दिलजीत दोसांझ के दो दिवसीय संगीत कार्यक्रम के अंत में बड़े पैमाने पर गंदगी फैलने के बाद खिलाड़ियों के रोष के बीच स्टेडियम का स्वामित्व रखने वाले भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) ने सोमवार को कहा कि स्टेडियम को साफ कर दिया गया है।
स्टेडियम में शनिवार और रविवार को दिल-लुमिनाती कॉन्सर्ट का आयोजन किया गया और प्रत्येक रात लगभग 40,000 प्रशंसक आए।यह पहली बार नहीं है जब इस स्थल पर इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया हो। इससे पहले यहां ब्रायन एडम्स (2004) और रिकी मार्टिन (1998) जैसे शीर्ष अंतरराष्ट्रीय सितारों के संगीत कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। लेकिन दोसांझ के कार्यक्रम के बाद के प्रभावों की खिलाड़ियों द्वारा कड़ी आलोचना की गई है।
सोशल मीडिया पर आलोचना के वायरल होने के बाद साइ ने एक बयान जारी कर कहा कि प्रतियोगिता क्षेत्र और उसके आसपास के क्षेत्र को पुराने रंग रूप में ले आया गया है।SAI ने तस्वीर साझा करते हुए कहा, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम मुख्य एरिना 31 अक्टूबर 2024 को पंजाब एफसी और चेन्नईयिन एफसी के बीच इंडियन सुपर लीग (ISL) फुटबॉल मैच की मेजबानी करने के लिए शीर्ष स्थिति में होगा। टर्फ को मैच खेलने की स्थिति में ला दिया गया है।
पच्चीस वर्षीय सिंह ने 2014 और 2018 की राष्ट्रीय ओपन चैंपियनशिप में क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता था।साई ने अपनी ओर से कहा कि कॉन्सर्ट आयोजकों के साथ उसका अनुबंध बहुत स्पष्ट था कि स्टेडियम को उसी स्थिति में वापस किया जाएगा जिस स्थिति में इसे उन्हें सौंपा गया था।
दिल्ली के एक कोच ने PTI (भाषा) को बताया कि कुछ एथलीटों ने साइ को पत्र लिखकर मुआवजे की मांग की है क्योंकि उनके बाधा दौड़ के उपकरण और बॉक्स क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिसमें स्टार्टिंग ब्लॉक और गोला, चक्का और मेडिसिन बॉल जैसे अन्य उपकरण थे।
कोच ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, प्रत्येक बाधा की कीमत तीन से चार हजार रुपये है और आपको 400 मीटर बाधा दौड़ या 100 मीटर बाधा दौड़ या 110 मीटर बाधा दौड़ के लिए 10 बाधाओं की आवश्यकता होती है। इन युवा एथलीटों ने इन उपकरणों को खरीदने के लिए पैसे का इंतजाम किया है और यह उनके लिए आसान नहीं है।
उन्होंने कहा, स्टार्टिंग ब्लॉक और गोला, चक्का और मेडिसिन बॉल जैसे अन्य उपकरण वाले बॉक्स के ताले क्षतिग्रस्त और टूट गए हैं। कुछ उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए हैं एथलीटों ने मुआवजे के लिए साइ को पत्र लिखा है और देखते हैं क्या होता है।उन्होंने कहा कि एथलीटों को 31 अक्टूबर तक स्टेडियम के अंदर ट्रेनिंग नहीं लेने को कहा गया है।
कोच ने कहा, वे 31 अक्टूबर तक 10 दिन के लिए स्टेडियम के ट्रैक पर ट्रेनिंग नहीं ले पाएंगे। हम बाहरी ट्रैक पर ट्रेनिंग कर रहे हैं लेकिन वहां की स्थिति अच्छी नहीं है।यह स्टेडियम इंडियन सुपर लीग फुटबॉल मैचों की मेजबानी भी कर रहा है क्योंकि पंजाब एफसी इसे अपने घरेलू मैदान के रूप में इस्तेमाल करता है। बृहपतिवार को उनका चेन्नईयिन एफसी के साथ मैच है।