नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) का साल (2019) के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीतने वाले भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने इसे अपने दिवंगत पिता के नाम करते हुए कहा कि इस खिताब से उनकी जिम्मेदारी काफी बढ़ गई है।
मनप्रीत गुरुवार को इस पुरस्कार को जीतने वाले पहले भारतीय बने जिससे उनके लिए 2019 सत्र यादगार रहा जहां उनकी अगुआई में टीम ने ओलंपिक में भी जगह बनाई। मिडफील्डर मनप्रीत इस तरह 1999 में पुरस्कार शुरू होने के बाद इसे जीतने वाले पहले भारतीय बने।
इस पुरस्कार की दौड़ में 27 साल के भारतीय खिलाड़ी ने बेल्जियम के आर्थर वान डोरेन और अर्जेन्टीना के लुकास विला को पछाड़ा जो क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। राष्ट्रीय संघों, मीडिया, प्रशंसकों और खिलाड़ियों के संयुक्त मतों में मनप्रीत को 35.2 प्रतिशत मत मिले।
मनप्रीत ने कहा, ‘मैं अपने परिवार और दोस्तों का शुक्रिया करना चाहूंगा जिन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया। वे मुझे पूरे करियर में प्रेरित करते रहे हैं। जाहिर है मैं अपने पिता को नहीं भूल सकता, अगर वह आज जिंदा होते तो मुझ पर गर्व कर रहे होते। यह पुरस्कार उनके उस समर्थन और सामर्थ के लिए है जो उन्होंने हमेशा मुझे दिया।’
मनप्रीत ने कहा कि इस पुरस्कार के मिलने से आगामी एफआईएच हॉकी प्रो लीग मैचों और टोक्यो ओलंपिक से पहले उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए एफआईएच साल का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी 2019 का पुरस्कार जीतना फख्र की बात है। इसने एफआईएच के आगामी मुकाबलों और 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए मेरा आत्मविश्वास बढ़ा दिया है।’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘पुरस्कार जीतने वाला पहला भारतीय बनने की अनुभूति शानदार है लेकिन इससे मेरी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। मुझे टीम को अच्छा करने में लगातार मदद करनी होगी।
मनप्रीत के आलवा मिडफील्डर विवेक सागर प्रसाद को 2019 का साल का उभरता हुआ पुरुष हॉकी खिलाड़ी चुना गया जबकि लालरेमसियामी को उभरती हुई महिला खिलाड़ी चुना गया।