उलान उदे। छह बार की चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (51 किलो) महिला विश्व चैम्पियनशिप के इतिहास में सबसे सफल मुक्केबाज बन गई जिन्होंने सेमीफाइनल में पहुंचकर आठवां पदक पक्का कर लिया। तीसरी वरीयता प्राप्त मैरीकॉम ने कोलंबिया की वालेंशिया विक्टोरिया को 5-0 से हराकर अंतिम चार में जगह बनाई।
जीत के बाद मैरीकॉम ने कहा कि पदक सुरक्षित करके मैं बहुत खुश हूं लेकिन फाइनल में पहुंचने से और खुशी होगी। यह मेरे लिए अच्छा मुकाबला था और अब मैं सेमीफाइनल में बेहतर प्रदर्शन करना चाहूंगी।
इस जीत के साथ मैरीकॉम ने टूर्नामेंट की सफलतम मुक्केबाज होने का अपना ही रिकार्ड तोड़ा। पदकों की संख्या के आधार पर वह पुरुष और महिला दोनों में सबसे सफल है। पुरूष वर्ग में क्यूबा के फेलिक्स सावोन ने सर्वाधिक सात पदक जीते हैं।
सेमीफाइनल में शनिवार को उनका सामना दूसरी वरीयता प्रापत तुर्की की बुसेनाज साकिरोग्लू से होगा जो यूरोपीय चैम्पियनशिप और यूरोपीय खेलों की स्वर्ण पदक विजेता है। उन्होंने चीन की केइ जोंग्जू को क्वार्टर फाइनल में हराया।
राज्यसभा सांसद मैरीकॉम के नाम अभी तक छह स्वर्ण और एक रजत पदक है लेकिन वह 51 किलोवर्ग में पहली एशियाई खिताब, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण भी जीता है। इस साल उन्होंने गुवाहाटी में इंडिया ओलंपिक कांस्य पदक (2012), बार पदक जीतेगी। पिछली बार वह क्वार्टर फाइनल में हार गई थीं। मैरीकॉम ने5 ओपन और इंडोनेशिया में प्रेसिडेंट ओपन में स्वर्ण पदक जीता।