मेलबर्न। चौथी वरीयता प्राप्त जापान की नाओमी ओसाका ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आठवीं सीड चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा को शनिवार को तीन सेटों के संघर्षपूर्ण फाइनल में 7-6, 5-7, 6-4 से हराकर वर्ष के पहले ग्रैंड स्लेम ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला एकल का खिताब जीत लिया।
21 वर्षीय ओसाका ने टूर्नामेंट में अपना शानदार प्रदर्शन खिताबी जीत के साथ समाप्त किया। जापानी खिलाड़ी ने यह मुकाबला दो घंटे 27 मिनट में जीतकर इतिहास रच दिया। ओसाका का यह लगातार दूसरा ग्रैंड स्लेम खिताब है। उन्होंने पिछले साल यूएस ओपन के फाइनल में अमेरिका की दिग्गज खिलाड़ी सेरेना विलियम्स को हराकर खिताब जीता था।
ओसाका ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली एशिया की दूसरी टेनिस खिलाड़ी थीं। उनसे पहले चीन की ली ना ने तीन बार (2011, 2013, 2014) इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई थी और वह 2014 में चैंपियन भी बनी थीं।
क्वितोवा का ऑस्ट्रेलियन ओपन में यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। उनका यह तीसरा ग्रैंड स्लैम फाइनल था। इससे पहले वह 2011 और 2014 में विंबलडन के फाइनल में पहुंची थीं और चैंपियन भी बनी थीं, लेकिन यहां उनका खिताब जीतने का सपना ओसाका ने तोड़ दिया।
ओसाका ने सेमीफाइनल में कैरोलिना प्लिसकोवा के खिलाफ लाजवाब प्रदर्शन किया था और फाइनल में भी उन्होंने ऐसी ही शुरुआत की। क्वितोवा का 2014 के बाद यह पहला ग्रैंड स्लेम फाइनल था और उनके पास विश्व रैंकिंग में नंबर एक पर पदार्पण करने वाली सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बनने का मौका था।
बेसलाइन से दोनों खिलाड़ियों ने जोरदार शॉट खेले और एक-दूसरे को दबाव में रखा। ओसाका के पास पहले सेट में 6-5 के स्कोर पर दो सेट अंक थे लेकिन यह सेट टाईब्रेक में चला गया। ओसाका ने टाईब्रेक 7-2 से जीतकर पहला सेट अपने नाम कर लिया।
क्वितोवा ने दूसरे सेट में विश्वसनीय शुरुआत की और ब्रेक हासिल करते हुए जल्द ही 3-0 की बढ़त बना ली लेकिन ओसाका ने शानदार वापसी करते हुए लगातार पांच गेम जीते और 5-3 से आगे हो गईं। ओसाका ने इस सेट में तीन चैंपियनशिप अंक गंवाए। क्वितोवा ने फिर जोर लगाया और दूसरा सेट 7-5 से जीतकर मैच को निर्णायक सेट में पहुंचा दिया।
21 वर्षीय ओसाका ने निर्णायक सेट में ब्रेक हासिल किया और जल्द ही 4-2 की बढ़त बनाकर क्वितोवा पर दबाव बना लिया। ओसाका ने मौका अपने हाथ से निकलने नहीं दिया और खिताब जीतने के साथ ही विश्व रैंकिंग में नंबर एक पर पहुंचने वाली एशिया की पहली खिलाड़ी बन गईं।
ओसाका ने मैच में 33 विनर्स लगाए और नौ एस मारे जबकि साथ ही 33 बेजां गलतियां भी कीं। क्वितोवा ने 33 विनर्स लगाए और 39 बेजां भूलें कीं। (वार्ता) (Photo courtesy : Twitter)