दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद बृजभूषण ने महासंघ के मुख्यालय पर सुशील के साथ बैठक की। यह बैठक डेढ़ घंटे तक चली। अदालत के निर्देश के अनुसार बैठक में महासंघ की महासचिव वीएन प्रसून, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आईडी नानावती और मुख्य कोच जगमिंदर भी शामिल हुए। सुशील के साथ बैठक में उनके गुरु महाबली सतपाल भी मौजूद थे।
बृजभूषण ने इस लंबी बैठक के बाद प्रतीक्षारत मीडियाकर्मियों से कहा कि सुशील ने बैठक में हमारे सामने ट्रायल की ही बात रखी थी। हमने उनकी बात को ध्यान से सुना और मैंने सुशील से खुद कहा कि यदि वे मेरी जगह होते तो क्या करते। सुशील देश के बड़े पहलवान हैं और कुश्ती में उनके अभूतपूर्व योगदान से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन दूसरी तरफ नरसिंह यादव कोटा लाए हैं औैर लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में हम उनके साथ कैसे नाइंसाफी कर सकते हैं।
ट्रायल के सवाल को बार-बार पूछे जाने पर बृजभूषण ने भी बार-बार एक ही बात कही कि उनका पुराना स्टैंड कायम है और ट्रायल कराया जाए या न कराया जाए, इस पर फेडरेशन अपना दृष्टिकोण 27 मई को अदालत में रखेगी। उन्होंने कहा कि मामला अभी अदालत के विचाराधीन है और वे अभी ट्रायल को लेकर कुछ नहीं कह सकते। (वार्ता)