रियो ओलंपिक समाप्त हुए 10 दिन गुजर चुके हैं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगले 3 ओलंपिक के लिए कार्यबल बनाने की घोषणा कर दी है लेकिन रियो के प्रदर्शन का पोस्टमॉर्टम जारी है। रियो ओलंपिक के लिए खिलाड़ियों की तैयारियों को लेकर जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, वे चौंकाने वाले हैं।
कई खिलाड़ियों ने मनमाने ढंग से पैसा मांगा, जो उन्हें दिया गया लेकिन वे उम्मीदों के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके। उनके मुकाबले पदक विजेता खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग के लिए काफी कम खर्च लिया और शानदार प्रदर्शन का इतिहास रच डाला।
महिला जिम्नास्ट दीपा करमाकर को तो मात्र 2 लाख रुपए ही मिले थे। हालांकि मंत्रालय ने दीपा से कहा था कि वे अपनी पसंद के किसी भी देश में ट्रेनिंग कर सकती हैं लेकिन दीपा ने अपने कोच बिसेश्वर नंदी के साथ दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में ही ट्रेनिंग करना पसंद किया। तीनों खिलाड़ियों के कोच भारतीय ही थे। (वार्ता)