फुटबॉल के बाद अब इस खेल का विश्वकप भी नहीं खेल पाएगी रूस की टीम
मंगलवार, 1 मार्च 2022 (18:37 IST)
लुसाने (स्विट्ज़रलैंड): अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में रूसी एथलीटों और अधिकारियों की भागीदारी को रोकने के लिए आईओसी द्वारा सोमवार को की गई सिफारिश के बाद इंटरनेशनल के कार्यकारी बोर्ड (ईबी) और हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने दक्षिण अफ्रीका के पोचेफ्स्ट्रूम में 1 से 12 अप्रैल तक होने वाले आगामी एफआईएच हॉकी महिला जूनियर विश्व कप से रूस को बाहर करने का निर्णय लिया है।
वैश्विक खेल प्रतियोगिताओं में अखंडता की रक्षा और सभी प्रतिभागियों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है। इससे पहले एफआईएच ने इस भयानक समय में यूक्रेन के हॉकी समुदाय के सदस्यों के साथ अपनी पूरी एकजुटता व्यक्त की थी।
उल्लेखनीय है कि एफआईएच, यूक्रेन हॉकी संघ के साथ नियमित संपर्क में है और इस उम्मीद में है कि यूक्रेन की टीम आगामी एफआईएच हॉकी महिला जूनियर विश्व कप में भाग लेने आए। एफआईएच, टीम को हर संभव मदद देने की कोशिश कर रहा है। एफआईएच ने शांतिपूर्ण समाधान की आशा व्यक्त की है।
रूसी फुटबॉल क्लबों और राष्ट्रीय फुटबॉल टीमों के फीफा, UEFA की सभी प्रतियोगिताओं में भाग लेने पर रोक
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन फुटबॉल (फीफा) और यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशन (यूईएफए) ने यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच सोमवार को रूसी फुटबॉल क्लबों और रूस का नेतृत्व करने वाली सभी फुटबॉल टीमों पर अपनी सभी प्रतियोगिताओं में भाग लेने पर रोक लगा दी।
दोनों फुटबॉल संस्थानों ने एक संयुक्त बयान में कहा, "फीफा और यूईएफए ने एक साथ फैसला किया है कि सभी रूसी टीमों, चाहे वे देश का प्रतिनिधित्व करने वाली टीमें हों या क्लब टीमें, सभी को फीफा और यूईएफए की सभी फुटबॉल प्रतियोगिताओं में अगली सूचना तक भाग नहीं लेने दिया जाएगा। फीफा परिषद ब्यूरो और यूईएफए की कार्यकारी समिति द्वारा यह फैसला लिया गया है, जो ऐसे अत्यावश्यक मामलों पर दोनों संस्थानों के अंतिम फैसला लेने वाले निकाय हैं।"
बयान में कहा गया, "यहां फुटबॉल पूरी तरह से एकजुट है और हम यूक्रेन में युद्ध से प्रभावित सभी लोगों के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं। दोनों संस्थानों के अध्यक्षों को उम्मीद है कि यूक्रेन में स्थिति में जल्दी और तेजी से सुधार होगा, ताकि फुटबॉल फिर से लोगों के बीच एकता और शांति का मार्ग बन सके।"
उल्लेखनीय है कि फीफा और यूईएफए की तरफ से यह फैसला अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बीच दुनिया भर के सभी अंतरराष्ट्रीय खेल संघों और खेल इवेंट्स आयोजकों से सभी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में रूसी और बेलारूसी एथलीटों और अधिकारियों को शमिल न किए जाने की सिफारिश के बाद लिया गया है।(वार्ता)