नई दिल्ली। घुटने की सर्जरी के बाद अपनी पूरी फिटनेस में लौटने की कोशिश कर रही पूर्व नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने कहा है कि चोट के बाद वापसी कतई आसान नहीं होती है। साइना ने सोमवार को यहां इंडियन ओपन की घोषणा पर कहा कि मुझे पता नहीं था कि सर्जरी के बाद वापसी इतनी मुश्किल होगी। मेरी रियो ओलंपिक के बाद घुटने की सर्जरी हुई और अब मैं अपना तीसरा टूर्नामेंट खेलने जा रही हूं। सर्जरी से पहले मुझे नहीं लगता था कि इतनी मुश्किलें सामने आएंगी। लेकिन उसके बाद जाकर महसूस हुआ कि वापसी कितनी मुश्किल होती है।
विश्व की नौवें नंबर की खिलाड़ी साइना ने कहा कि शारीरिक और मानसिक रूप से आपको मजबूत रहने की जरूरत होती है, क्योंकि दिल और दिमाग में कहीं-न-कहीं लगा रहता है कि घुटने की चोट कहीं वापस न आ जाए। मैं पूरी कोशिश कर रही हूं कि अपनी पूरी फिटनेस में लौट आऊं। लेकिन इसमें समय लगेगा। मैं मैच-दर-मैच आगे बढूंगी और देखूंगी कि रिकवरी में कितना समय लगेगा? आप अचानक ही बहुत ज्यादा बोझ अपने घुटने पर नहीं डाल सकते हैं।
इंडिया ओपन के लिए अपनी संभावनाओं पर वर्ष 2015 की चैंपियन साइना ने कहा कि दिल्ली मेरे लिए काफी भाग्यशाली रही है, जहां मैंने 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण और 2015 में इंडियन ओपन का खिताब जीता था। चोट से वापसी करने के बाद मैं अपने घरेलू इंडियन ओपन में उम्मीद करूंगी कि मुझे दर्शकों का पूरा समर्थन मिले और मैं फिर वैसा ही प्रदर्शन कर पाऊं, जो मैंने 2015 में किया था।
यह पूछने पर कि उन पर अब ज्यादा आकर्षण नहीं दिया जाता, इससे क्या उन पर दबाव कम हुआ है? साइना ने कहा कि एक तरह से यह अच्छी बात है। यदि आप पर अधिक ध्यान नहीं दिया जाता तो उम्मीदें कम रहती हैं और दबाव भी कम होता है। इससे मुझे अपना बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी। मैं उम्मीद करती हूं कि इंडिया ओपन में मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाऊंगी। (वार्ता)