इस बीच इस फैसले के बाद दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील ने कहा कि यदि मुझे मना करना था तो फेडरेशन को विश्व कुश्ती प्रतियोगिता के बाद ही मना कर देना चाहिए था। मैंने देश को ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाने के लिए अपनी तैयारी की थी और इस समय मैं अपनी सर्वश्रेष्ठ फिटनेस तथा फार्म में हूं। मेरा लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना था और मैं इसी के हिसाब से पिछले एक साल से अपनी तैयारी कर रहा था। (वार्ता)