खिलाड़ियों ने सोमदेव के योगदान को याद किया

सोमवार, 2 जनवरी 2017 (19:34 IST)
चेन्नई। भारतीय टेनिस समुदाय ने आज भारतीय टेनिस में योगदान और युवा पीढ़ी के लिए तय किए गए फिटनेस के मानदंडों के लिए सोमदेव देववर्मन को याद किया। सोमदेव ने 31 साल की उम्र में कल टेनिस से संन्यास ले लिया था। उन्होंने डेविस कप में 14 मुकाबलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया तथा एकल में उनके नाम पर 14 जीत और दस हार दर्ज हैं। 
सोमदेव 2008 में पेशेवर बने और जुलाई 2011 में अपनी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 62 पर पहुंचे। वह चेन्नई (2005) और जोहानसबर्ग (2011) में उप विजेता रहे थे। इसके अलावा उन्होंने चैलेंजर सर्किट पर कई जीत दर्ज की। 
 
पूर्व डेविस कप कप्तान एसपी मिश्रा ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी उनसे सीख सकते हैं कि फिट कैसे रहा जाता है। वह फिटनेस को बहुत महत्व देते थे। उन्होंने डेविस कप में कुछ शानदार मैच खेले। लोग उनसे सीख ले सकते हैं। सोमदेव ने एशियाई खेलों में कुछ बहुत अच्छे मैच खेले। भारतीय टेनिस में उनका योगदान अमूल्य है।  
 
कई डेविस कप मुकाबलों में सोमदेव के कप्तान रहे मिश्रा से उनके साथ यादगार क्षण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने सर्बिया के खिलाफ 2011 में विश्व ग्रुप के पहले दौर तथा ताइपै और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुकाबलों को याद किया। 
 
मिश्रा ने कहा कि चीनी ताइपै के खिलाफ उन्होंने लु को हराया था। सर्बिया के खिलाफ यांको टिपसारेविच को हराया और ब्राजील के खिलाफ भी एकल में उनका प्रदर्शन शानदार रहा। हम दो बार विश्व ग्रुप में पहुंचे और इसमें उनका योगदान अहम रहा। (भाषा)

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